- मेरठ में पूर्व सांसद के भाई की मीट फैक्ट्री को किया सील

- चर्बी से बनता मिला देशी घी, हड्डी से बन रहा था मुर्गी का दाना

मेरठ: शहर के बूचड़खानों पर मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। छह बूचड़खानों और मीट प्रोसेसिंग फैक्ट्रियों पर ताला ठोंक दिया गया। पूर्व महापौर और पूर्व सांसद शाहिद अखलाक और उनके परिजनों के बूचड़खाने और प्रोसेसिंग प्लांट पर भी कार्रवाई की गई।

छह बूचड़खाने सील

अफसरों ने बुधवार को अवैध बूचड़खानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। डीएम बी। चंद्रकला के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन समेत 11 विभागों की 6 टीमों ने हापुड़ रोड स्थित अवैध बूचड़खानों पर छापेमारी की। सुबह 9 बजे एडीएम प्रशासन दिनेश चंद्र ने अल्लीपुर जिजमाना स्थित यूनीवर्सल इंडिया में एसपी देहात श्रवण कुमार सिंह के साथ छापा मारा। संचालक बिलाल अहमद समेत स्टाफ फरार हो गया। यहां पर जानवर की हड्डी से मुर्गी दाना बनाने की आड़ में पशुओं का अवैध कटान चलता मिला। यहां पुलिस को एक शुतुरमुर्ग भी मिला। वन्य जीव को बिना अनुमति रखने पर वन विभाग ने मुकदमा दर्ज कराया। इसी फर्म की दूसरी यूनिट को भी टीम ने अवैध बूचड़खाना संचालन में सील कर दिया।

कोल्ड स्टोर का लाइसेंस नहीं

पूर्व सांसद एवं महापौर शाहिद अखलाक के भाई राशिद अखलाक की फैक्ट्री अल यासिर को ट्रेनी आईएएस एवं एसडीएम सदर अरविंद सिंह की टीम ने सील कर दिया। करीब 3 घंटे तक चले हाई वोल्टेज हंगामे के बाद बड़ी कार्रवाई हुई। पशुपालन विभाग ने मीट के तीन सैंपल भी लिए। अखलाक और उसके भाई से टीम की जमकर बहस भी हुई। वीट फ्रीडम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में सीओ चंद्रपाल ने छापा मारा, छापे की सूचना पर सब फरार हो गए। पुलिस को 2 गार्ड ही मिले।

चर्बी से बन रहा था देशी घी

बेस्ट एग्रो प्रा। लि। में छापेमारी के दौरान बूचड़खाना संचालन के कागजात नहीं मिले। मुर्गी दाना बनाने की आड़ में पशुओं का कटान चल रहा था। वहीं, जानवरों की चर्बी को पकाकर देशी घी भी बनता मिला। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रखे टीन जब्त किए। साथ ही सैंपल भी लिए। इंडियन पोल्ट्री फीड्स के संचालक मो। नसीम और गुलजार मानकों को दरकिनार कर जानवरों की हड्डी से मुर्गी का दाना बना रहे थे। उनके पास मुर्गी दाना स्टोर करने का ही लाइसेंस था। कोल्ड स्टोरेज का लाइसेंस भी नहीं था। मुर्गी दाना पैकेजिंग के लाइसेंस पर अवैध कटान हो रहा था। एडीएम सिटी मुकेश चंद्र, एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी समेत पुलिस-प्रशासनिक और विभिन्न विभागों के अफसर मौजूद थे।

11 विभागों की संयुक्त कार्रवाई

छापेमारी में प्रशासन, पुलिस, श्रम विभाग, पशुपालन विभाग, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, मेरठ विकास प्राधिकरण, राजस्व विभाग समेत 11 विभाग छापेमारी में शामिल थे। थाना खरखौदा में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

शासन के निर्देश पर अवैध बूचड़खानों और पैकेजिंग प्लांट के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मानकों की अनदेखी कर ये कारखाने संचालित हो रहे थे। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

बी। चंद्रकला, डीएम, मेरठ

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बूचड़खानों का ब्योरा मांगा

शासन ने जिला पंचायत विभाग एवं नगर निगम को पत्र भेजकर स्लाटर हाउस और मीट की दुकानों के संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है.जिला पंचायत अधिकारी शिशुपाल शर्मा ने पंचायती राज के पत्र के जबाव में बताया कि मेरठ में मौजूदा समय में एक भी स्लाटर हाउस का लाइसेंस जिला पंचायत विभाग की ओर से जारी नहीं किया गया था। पूर्व में 2 लाइसेंस जारी किए थे, जिन्हें 2007 के बाद निरस्त कर दिया गया। ये लाइसेंस नफीस अहमद पुत्र लियाकत अली और हाजी इमरान पुत्र हाजी याकूब कुरैशी के नाम थे।

नगर निगम से मांगी जानकारी

नगर निगम ने बताया कि बूचड़खाने का एक भी लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। मीट की 186 दुकानों के लाइसेंस नगर निगम की ओर से जारी किए गए हैं।

हड्डियों से भरा ट्रक

मेडिकल थाना क्षेत्र स्थित तेजगढ़ी चौराहे पर पुलिस ने हड्डियों व मांस के वेस्टेज से भरा ट्रक पकड़ लिया। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर सलीम को हिरासत में लेकर ट्रक को भी कब्जे में ले लिया। चालक सलीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

महापौर ने मांगी जानकारी

महापौर ने बुधवार को उन्होंने नगरायुक्त डीकेएस कुशवाह से मेरठ में चल रही लाइसेंसी और गैर लाइसेंसी मीट की दुकानों की जानकारी मांगी है। तो वहीं, सकल जैन समाज ने बुधवार को महापौर को सौंपे ज्ञापन में तीर्थकंर महावीर मार्ग से मीट की दुकानें हटाने की मांग की है। इस दौरान राजेश कुमार जैन, गौरव जैन, राकेश कुमार, रंजीत कुमार जैन, विलास चंद जैन आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive