- तहसील परिसर में नितेश सिंह बबूल की हत्या का मामला

- घटना अंजाम देने वाले शूटरों की तलाश में एसटीएफ जुटी

- नितेश के मददगार पुलिसकर्मियों से सुराग मिलने की उम्मीद

VARANASI(6 Oct):

शिवपुर थाना क्षेत्र के तहसील परिसर में कारोबारी नितेश सिंह बबलू की हत्या के मामले में एसटीएफ अभी खाली हाथ है। बीते एक हफ्ते से एसटीएफ ने उस हर पहलू को खंगाला है जो नितेश की हत्या की वजह हो सकता है। हैरत की बात यह है कि एसटीएफ की वाराणसी यूनिट जो सबसे सर्वश्रेष्ठ मानी है, इस मामले में अभी कोई ठोस सुराग नहंी तलाश सकी है। इन हालात में अब एसटीएफ की नजरें उन पुलिसकर्मियों पर है जो नितेश के करीबी और मददगार थे। एसटीएफ को उम्मीद है कि उनके जरिए ही नितेश के कत्ल की वजह पता चल सकती है।

नहीं चल रहा शूटरों का पता

दरअसल नितेश सिंह बबलू की हत्या जिस अंदाज से की गयी है उससे साफ है कि यह वारदात पेशेवर शूटरों द्वारा अंजाम दी गयी है। बावजूद इसके, एसटीएफ को शूटरों के बारे में कोई भी पुख्ता जानकारी हासिल नहीं हो पा रही है। आईजी एसटीएफ अमिताभ यश इस मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं और वाराणसी यूनिट के डिप्टी एसपी विनोद सिंह के नेतृत्व में बीस सदस्यीय टीम दिन-रात घटना से जुड़े हर पहलू को खंगाल रही है। सूत्रों की मानें तो नितेश की पूर्वाचल के एक माफिया से करीबी से विरोधी गुटों से उसकी अदावत बढ़ती जा रही थी। इसकी वजह कुछ ठेके और जमीनों का सौदा है जिसके बारे में एसटीएफ जानकारियां एकत्र कर रही है।

दुश्मनों की नहीं थी कमी

दरअसल एसटीएफ की जांच में नितेश की लगातार बढ़ती दुश्मनी रोड़ा बनी हुई है। इसी वजह से उसने बुलेटप्रूफ गाड़ी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। एसटीएफ यह भी पता लगा रही है कि आखिर यह गाड़ी उसे किसने मुहैया करायी थी और उसे कहां से बुलेटप्रूफ कराया गया था। एसटीएफ नितेश के उस रिश्तेदार पुलिसकर्मी से भी पूछताछ की तैयारी में है जो वर्तमान में वाराणसी में ही तैनात है। उसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि नितेश को आखिर किन लोगों से ख्ातरा था।

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रहस्य बनती जा रही हत्याएं

नितेश सिंह बबलू से पहले माफिया एवं विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी माने जाने वाले शूटर मुन्ना बजरंगी के साले पुष्पजीत और करीबी तारिक की लखनऊ में इसी तरह सनसनीखेज तरीके से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गयी थी। इन दोनों मामलों की जांच भी एसटीएफ को सौंपी गयी थी पर आज तक शूटरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। इस बीच बिजनौर जेल में मुन्ना बजरंगी की भी हत्या हो गयी जिसके बाद पूर्वाचल में मुख्तार अंसारी गिरोह को गहरा झटका लगा। लगातार अपने करीबियों की हत्या के बाद मुख्तार ने भी अपनी जान का भय बताया था। हालांकि पंजाब में चल रहे एक आपराधिक मामले की वजह से मुख्तार को रोपड़ जेल जाना पड़ा और तब से उसने वापस यूपी का रुख नहीं किया है। लगतार पेशियों में अनुपस्थित रहने की वजह से डीजीपी ओपी सिंह ने पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर मुख्तार को वापस भेजने को भी कहा पर इसका भी कोई नतीजा नहीं निकला।

कोट

वाराणसी में नितेश सिंह बबलू की हत्या के मामले की एसटीएफ गहनता से जांच कर रही है। नितेश की कई लोगों से दुश्मनी की वजह से घटना के बारे मे ठोस सुराग नहीं मिल पा रहा है। एसटीएफ कई लोगों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही शूटरों को तलाश कर घटना के मास्टरमाइंड का पता लगा लिया जाएगा।

अमिताभ यश

आईजी एसटीएफ

Posted By: Inextlive