पाकिस्‍तानी गजल सिंगर गुलाम अली अब फिलहाल दिल्‍ली में कॉन्‍सर्ट करने को तैयार हो गए हैं। उन्‍होंने दिसंबर के महीने में अपने इस कॉन्‍सर्ट को रजामंदी दे दी है। बता दें कि दिल्‍ली की आप सरकार की ओर से इनको यहां कन्‍सर्ट करने के लिए इन्‍वाइट किया गया था।

ऐसे राजी हुए गुलाम अली
गुलाम अली के साथ हुए पूरे वाक्ये को लेकर उनसे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इंशा अल्लाह, दिसंबर में उन्होंने उनको आने को कहा है। उधर, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी गुलाम अली की ओर से हां किए जाने पर ट्विट किया है। इस बारे में उन्होंने लिखा है कि गुलाम अली साहब, वह उनके बहुत बड़े फैन हैं। आगे उन्होंने लिखा कि अभी उनसे बात करके बहुत अच्छा लगा। दिसंबर में दिल्ली में शो के लिए हां करने के लिए शुक्रिया।
मिलने पहुंचे टूरिज्म मिनिस्टर
इनसे पहले दिल्ली के टूरिज्म मिनिस्टर कपिल मिश्रा ने भी गुलाम अली से मुलाकात की थी। उधर, बीजेपी शासित महाराष्ट्र में शो के कैंसल किए जाने पर हो रही आलोचना को लेकर पार्टी ने सफाई दी है। भाजपा के प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि वे सुर और संगीत पर सियासत नहीं करते। संगीत के विषय में राजनीति सही नहीं है।
ऐसा कहना था शिवसेना का
शुक्रवार को शिवसेना ने सामना में छपे अपने एडिटोरियल में लिखा कि गुलाम अली एक कलाकार होने की वजह से महान वगैरह हो सकते हैं। उनके गले से 'चुपके-चुपके', 'हंगामा' भी बरसता होगा, लेकिन आखिर में वे पाकिस्तान से यहां आए हैं। ये वही पाक है जो रोज हिंदुस्तान की सरजमीं पर खून बहा रहा है, उस खून से भीगे गजल के सुर से जिनके कान तृप्त होते हैं, उनकी राष्ट्रभावना साफतौर पर बधिर हो चुकी है। वहीं शिव सेना यूथ विंग युवा सेना के अध्यक्ष व पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि वे गुलाम अली के गानों को पसंद करते हैं, लेकिन उन्हें अपने सैनिकों के प्रति कुछ संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है।
अभिजीत ने किए ऐसे अपमानजनक ट्विट्स
इतना ही नहीं अभिजीत ने गुरुवार देर रात किए ट्वीट में गुलाम अली को बेशर्म और शादी का कव्वाल बताया। अभिजीत तो यहीं नहीं थमे। उन्होंने तो मीडिया को भी नहीं बख्शा और उन्हें प्रस्टीट्यूट्स कह डाला। बताते चलें कि गुलाम अली का 9 अक्टूबर को गजल सिंगर जगजीत सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम होने वाला था।
बोलीं तस्लीमा नसरीन
इस पूरे मामले में बांग्लादेश की राइटर तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट किया कि भारत भी अब सऊदी अरब बनता जा रहा है। लोगों को समझना चाहिए कि गुलाम अली कोई जिहादी नहीं हैं। एक जिहादी और सिंगर में फर्क को लोगों को समझना होगा।
ऐसा बोले गुलाम अली
फिलहाल इस पूरे मामले में गुलाम अली ने कहा कि उनकी तरफ से प्रोग्राम को कैंसल नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि हालात ऐसे नहीं हैं कि वह कार्यक्रम करें। इस तरह के विवाद से लोगों के सुर खराब होते हैं। वह गुस्सा नहीं हैं। उन्हें ठेस पहुंची है। प्यार में ऐसी चीजें नहीं होती।

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Posted By: Ruchi D Sharma