वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को राहुल गांधी की अपिपक्वता का हवाला देते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। गुलाम नबी आजाद ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पेज का नोट भेजा है।


नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। आजाद ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पेज के एक नोट में भेजा। आजाद ने दावा किया कि पार्टी को सिर्फ एक मंडली द्वारा चलाया जा रहा है। पार्टी के सभी बड़े फैसले श्री राहुल गांधी या उनके सुरक्षा गार्डों और पीए द्वारा लिए गए थे। बता दें कि इससे पहले आजाद ने जम्मू-कश्मीर के संगठनात्मक पद से इस्तीफा दिया था।कांग्रेस अब नहीं कर सकती वापसी


कांग्रेस के साथ अपने लंबे संबंध और इंदिरा गांधी के साथ अपने करीबी संबंधों को याद करते हुए आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की स्थिति अब ऐसी हो गई है कि पार्टी अब वापसी नहीं कर सकती। आजाद ने कहा कि पूरी संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया एक दिखावा और दिखावा है। देश में कहीं भी संगठन के किसी भी स्तर पर चुनाव नहीं हुए हैं। एआईसीसी के चुने हुए लेफ्टिनेंटों को मंडली द्वारा तैयार की गई सूचियों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए, आजाद ने लिखा 2019 के चुनावों के बाद से पार्टी में स्थिति केवल खराब हुई है।कांग्रेस रिमोट कंट्रोल मॉडल पर

आजाद ने आगे कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि पार्टी एक रिमोट कंट्रोल मॉडल पर काम कर रही है। इस मॉडल ने यूपीए सरकार की संस्थागत अखंडता को ध्वस्त कर दिया था, जिसे अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में लागू किया गया है। राहुल गांधी पर हमला करते हुए आजाद ने कहा कि 2013 के बाद जब से राहुल ने राजनीति में प्रवेश किया है तब से पार्टी का सलाहकार तंत्र ध्वस्त हो गया है। आजाद ने आगे आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने सभी वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को दरकिनार कर दिया।

Posted By: Kanpur Desk