कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने एेलान किया है कि 'प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी और बीजेपी को कड़ी टक्कर देगी।'

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LUCKNOW: 'प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी और बीजेपी को कड़ी टक्कर देगी।' सपा-बसपा गठबंधन से किनारे किये जाने के बाद राजधानी में रविवार को यह एलान किया कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस प्रदेश में एक बार फिर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनावों का इतिहास दोहराने जा रही है। जिसके नतीजे चौंकाने वाले होंगे। सपा-बसपा गठबंधन में शामिल किये जाने को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने गठबंधन नहीं तोड़ा। जब कोई बीजेपी को हराने के लिये साथ नहीं चलना चाहता तो यह उनका फैसला है।
मायावती के आरोपों पर चुप्पी
रविवार को माल एवेन्यू स्थित कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुलाम नबी आजाद ने बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा कांग्रेस पर लगाये गए भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देने से गुरेज किया। बल्कि, उन्होंने कांग्रेस शासनकाल में दलित, अल्पसंख्यकों व पिछड़ों के हित में किये गए कार्यो को गिनाते हुए कहा कि यह कांग्रेस का दिया संविधान है कि अब हर आदमी को विचार रखने की छूट है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का गौरवशाली इतिहास रहा है, अगर किसी अन्य पार्टी का भी है तो वह बताएं कि वर्ष 1985 से पहले उनकी पार्टी कहां थी और उसका क्या योगदान है? सहयोगी दलों के बारे में उन्होंने कहा कि प्रदेश में छोटे दलों के साथ गठबंधन हो सकता है।
आरएलडी, पीएसपी से नहीं हुई बातचीत
आजाद ने कहा कि कांग्रेस पिछले कई वर्षों से कह रही है कि बीजेपी को हराना है तो जो भी दल हमारे साथ आएगा उसका स्वागत है। कहा, अब तक राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से गठबंधन को लेकर अब तक कोई बातचीत नहीं हुई। उन्होंने दोनों नेताओं को इशारों में नसीहत देते हुए कहा कि गठबंधन की बातें मीडिया में नहीं होतीं।

जब लड़ेंगे तब सोचेंगे

रायबरेली व अमेठी में सपा-बसपा द्वारा उम्मीदवार नहीं उतारने के फैसले पर उन्होंने कहा कि दोनों दल वहां पहले से ही नहीं लड़ते रहे हैं। अखिलेश और मायावती के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार उतारने के सवाल को टालते हुए गुलाम नबी ने कहा कि अभी यह भी नहीं पता कि दोनों नेता लोकसभा चुनाव लड़ेंगे भी या नहीं। जब लड़ेंगे तब इस बारे में सोचा जाएगा। ईवीएम के दुरुपयोग पर उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की जा चुकी है। कहा, हमारी मांग है कि 30 प्रतिशत चुनाव बैलेट पेपर से हों।

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Posted By: Shweta Mishra