मेले का अंतिम दिन आज,शाम चार बजे से शुरू होगी रथयात्रा

रांची : मौसीबाड़ी में रविवार की शाम भगवान जगन्नाथ स्वामी को खिचड़ी का विशेष भोग लगाया। सालभर में सिर्फ इसी दिन भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। इसे गुडि़चा भोग भी कहते हैं। मान्यता है कि घर लौटने से एक दिन पूर्व लक्ष्मी ने खिचड़ी बनाकर जगन्नाथ स्वामी को खिलाई थी। इसी भाव को आत्मसात कर खिचड़ी का विशेष भोग परंपरागत तरीके से लगाया जाता है। मौसीबाड़ी में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र को भोग लगाया गया। मंदिर के प्रधान पुजारी ब्रजभूषण नाथ मिश्र ने बताया कि मौसीबाड़ी में प्रवास के अंतिम दिन भगवान के लिए विशेष पकवान बनाया जाता है जो वर्ष में एक ही बार होता है। भगवान को भोग लगाने के बाद प्रसाद भक्तों में वितरित किया गया।

बारिश में भी श्रद्धालुओं की लगी भीड़

रिमझिम बारिश में श्रद्धालु मौसीबाड़ी में दर्शन-पूजन करते रहे। काफी भीड़ रही। महिलाएं काफी उत्साहित रहीं। बच्चों ने भी खूब मस्ती की। तरह-तरह के खिलौने बच्चों ने खरीदें। वहीं, महिलाओं ने घरेलू सामान से लेकर सौंदर्य प्रसाधन के सामान खरीदे। हाथी दांत से बने कंगन, कड़ा और लॉकेट महिलाओं को खूब पसंद आ रहे हैं। वहीं, आर्टिफिशियल ज्वेलरी की भी खूब मांग है। मेले का समापन आज हो जाएगा।

पूजा-आरती के बाद होगी वापसी

आज शाम चार बजे मौसीबाड़ी में भगवान के दर्शन के बाद विग्रहों को रथारूढ़ किया जाएगा। पूजा-आरती के बाद भगवान की वापसी यात्रा शुरू होगी। श्रद्धालु रथ खींचकर मुख्य मंदिर ले जाएंगे। फिर भगवान जगन्नाथ समेत अन्य विग्रहों को मुख्य मंदिर में आरूढ़ किया जाएगा। इसके बाद पूजा-अर्चना और मंगल आरती की जाएगी।

Posted By: Inextlive