जमशेदपुर : टाटानदगर रेलवे स्टेशन से जिस तीन साल की बच्ची को चुराकर दुष्कर्म के बाद गला काट कर मार दिया गया था, अंतत: उसका सिर पुलिस ने बरामद कर लिया है। द¨रदों ने बच्ची के सिर को धड़ से अलग कर दूसरी जगह फेंक दिया था। पुलिस ने 11 दिन पहले धड़ तो बरामद कर लिया था, लेकिन उसका सिर नहीं मिल पा रहा था। शुक्रवार को रामाधीन बगान में स्थानीय लोगों को कुछ कुत्ते बच्ची की खोपड़ी नोंचते दिखे। स्थानीय लोगों ने कुत्तों को भगाया तो एक कुत्ता खोपड़ी लेकर टाटा स्टील फेब्रिकेशन यार्ड (वर्तमान में पार्किग यार्ड) तक जा पहुंचा। वहां कुत्ते ने खोपड़ी छोड़ दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। शाम करीब 5.25 बजे रेल डीएसपी मौके पर पहुंचे और खोपड़ी को बरामद कर लिया। गौरतलब हो कि रेल पुलिस सिर बरामद करने के लिए पिछले दिनों पूरा जोर लगा चुकी थी। टेल्को रामाधीन बगान इलाके की हर झाड़ी में तलाशी ली गई थी, लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी सफलता नहीं मिल रही थी।

क्या है मामला

बता दें कि टाटानगर रेलवे स्टेशन से 25 जुलाई को बंगाल के पुरुलिया जिले के झालदा की तीन वर्षीय बच्ची को टाटानगर रेलवे स्टेशन से ¨रकू साहू और कैलाश कुमार ने चुरा लिया था। बच्ची को ¨रकू साहू ने तब चुराया था, जब बच्ची की मां स्टेशन में सो रही थी और बच्ची उसके सिरहाने बैठी थी। चुपचाप ¨रकू साहू उसे उठाकर ले गया और टेल्को में दुष्कर्म उस मासूम के साथ दुष्कर्म किया। बच्ची रोने लगी तो उसने पहले उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। इसके बाद बच्ची की पहचान न हो सके, इसलिए उसका सिर गर्दन से अलग कर दिया। शव को उसने फेंक दिया और सिर को झोले में भरकर इलाके में घूमता रहा। बाद में उसने सिर भी मौका देख फेंक दिया। रेल पुलिस ने हत्या आरोपित टेल्को रामाधीन बागान निवासी ¨रकू साहू और कैलाश कुमार की निशानदेही पर 30 जुलाई की रात बच्ची का सिर विहीन शव टेल्को रामाधीन बागान धोबीघाट से सटे झाड़ी से बरामद किया था। सिर बरामदगी के लिए पुलिस ने आरोपितों को तीन दिन की रिमांड पर लेकर घटनास्थल पर घूमती रही थी। आरोपित पुलिस को गुमराह करते रहे।

Posted By: Inextlive