- आरयू में राज्य ललित कला अकादमी का बनाया गया है 20 डिस्ट्रिक्ट का रीजनल सेंटर

- शिविर में देश के सात राज्यों से 37 कलाकारों ने हिस्सा लिया

बरेली : आरयू स्थित राज्य ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय कार्यालय पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकार शिविर थर्सडे को समाप्त हो गया। अकादमी के सचिव डॉ। यशवंत सिंह राठौर ने कहा कि अब पांच के बजाय हर माह 10 चित्रकारों को पांच हजार रुपए मासिक छात्रवृत्ति दी जाएगी। शिविर में प्रतिभाग के लिए दस हजार रुपए मिलेंगे। अकादमी की स्वतंत्र वेबसाइट बन गई है, जिसे स्वीकृति के लिए एनआईसी को भेजा गया है। वहीं, फ्री लांसर आर्टिस्ट प्रगति की बनाई गई नाइफ पेंटिंग की खूब सराहना हुई। उन्होंने सुदर्शन का पोट्रेट बनाया।

कैनवस पर जीवंत हुए चित्र

शिविर में देश के सात राज्यों से 37 कलाकारों ने हिस्सा लिया। इन्होंने शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, महात्मा ज्योतिबा फुले, मोहन भागवत, सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, अटल बिहारी बाजपेयी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं। दीन दयाल उपाध्याय, रानी लक्ष्मी बाई और भगवान कृष्ण, स्वामी विवेकानंद समेत देश की अन्य महान विभूतियों के चित्र बनाए। मुख्य अतिथि वीसी प्रोफेसर अनिल शुक्ल ने कहा कि ऐसे आयोजन कैंपस को जीवंतता प्रदान करते हैं। इन चित्रों को देखकर विद्यार्थी राष्ट्र में इनके योगदान को पढ़कर सीख लेंगे।

वर्धा विवि के कुलपति भी आए

विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय-वर्धा के कुलपति प्रोफेसर रजनीश शुक्ल ने कहा कि यह चित्र विद्यार्थियों के मानस पटल पर इन विभूतियों के प्रति श्रद्धा का भाव पैदा करेंगे। विशिष्ट अतिथि आरएसएस के विभाग प्रचारक आनंद कुमार ने कहा कि कलाकारों के अथक परिश्रम के बाद महापुरुषों के चित्र देखने का जो सुखद अनुभव हो रहा है। उसके लिए यह बधाई के पात्र हैं। अध्यक्षता अकादमी के अध्यक्ष डॉ। राजेंद्र सिंह पुंढीर ने की। उन्होंने कहा कि अकादमी की ओर से लोक रीति-रिवाज पर एक विशेष प्रकाशन किया जा रहा है। आयोजन सचिव डॉ। प्रवीण कुमार तिवारी, अकादमी के क्षेत्रीय संयोजक डॉ। रामबाबू सिंह, सह सचिव डॉ। विमल कुमार, डॉ। रश्मि रंजन, डॉ। मीनाक्षी द्विवेदी, डॉ। पवन सिंह, डॉ। सुरेश कुमार, डॉ। महेश चंद्र, आरएसएस के महानगर प्रचारक विक्रांत आदि उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive