PATNA : आम नागरिक के पास जो शक्ति है वह सरकार के पास नहीं है। उन्हें पता है कि देश को किस तरह रखना है। वे अपनी शक्ति के प्रयोग से देश की दशा और दिशा तय कर सकते हैं। यह बातें महात्मा गांधी की पौत्री तारा गांधी भट्टाचार्या ने शुक्रवार को कही। शिक्षा विभाग द्वारा एसके मेमोरियल हॉल में आयोजित शिक्षा दिवस कार्यक्रम में वे बतौर विशिष्ट अतिथि बोल रही थी। उन्होंने कहा कि शिक्षा और साक्षरता एक नहीं है। साक्षरता एक टूल्स है। इंसान निरक्षर होकर भी शिक्षित हो सकता है। शिक्षा वैसी होनी चाहिए जो हमारे मानस को ¨हसा विहीन बनाएं। गांधीजी ने यह नहीं कहा कि अपने दिमाग से काम नहीं करो।

बच्चों को सिखाएं सहानुभूति

तारा गांधी ने कहा कि आज सबसे जरूरी यह है कि हम बच्चों को सहानुभूति सिखाएं। दया के ऐसे उदाहरण पेश करें जिसे वह जीवन भर याद रखें। हमें अपने बच्चों को उनके भविष्य के लिए सुंदर स्मृतियां देनी हैं। विकसित होने का मतलब यह नहीं कि हम अपनी भाषा, जुबान और अपनों से अपनापन खो दें।

शिक्षा से आएगी क्रांति : चौधरी

शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि खुले दिल से दी गई शिक्षा समाज में क्रांति ला सकती है। उन्होंने शिक्षाविद् डॉ। विनय कंठ को मौलाना अबुल कलाम आजाद पुरस्कार से सम्मानित किया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद सबसे पहले नकल मुक्त परीक्षा कराने पर जोर दिया। लेकिन चंद भ्रष्ट अफसरों और कर्मियों ने जनता के साथ धोखा किया। हम फिर जुटे और फ्यूचर में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति नए स्वरूप में दिखेगी। केके कृष्ण कुमार, शिक्षा विभाग के सचिव जितेंद्र कुमार, अपर सचिव के सेंथिल कुमार, निदेशक प्राथमिक शिक्षा रामचंद्रडू, डॉ विनोदानंद झा और एससीईआरटी निदेशक संजीवन सिन्हा उपस्थित थे।

लावणी पर झूमे पटनाइट्स

सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ। इंटरनेशनल स्कूल की छोटी-छोटी बच्चियों ने महाराष्ट्र के लावणी नृत्य पर लोगों की खूब तालियां बटोरीं। बच्चियों के शानदार कास्ट्यूम और लावणी शैली के लटके-झटके को खूब सराहना मिली। कार्यक्रम की शुरुआत किलकारी के बच्चों ने बैले नृत्य से किया। पुनाईचक स्थित रामलखन सिंह यादव विद्यालय के बच्चों ने शराबबंदी पर रूपक पेश किया। जिसे सराहा गया। गर्दनीबाग ग‌र्ल्स स्कूल की बच्चियों ने पर्यावरण संरक्षण पर शानदार प्रस्तुति दी।

Posted By: Inextlive