-सिरफिरे दारोगा ने हजरतगंज चौराहे पर किया तांडव

-बुजुर्ग टाइपिस्ट का टाइपराइटर फेंका, चाय की दुकान को किया तहस-नहस

-मीडियाकर्मियों से भी की बदसलूकी, सस्पेंड

LUCKNOW: 'फोटो क्या खीच रहे होमेरा नाम मोटे अक्षरों में छापना ताकि एसएसपी भी मुझे जानें' यह बोल हैं चौकी इंचार्ज सचिवालय प्रदीप कुमार के। दरअसल, शनिवार दोपहर एसआई प्रदीप का पारा सातवें आसमान पर था। इसी झोंके में उसने फुटपाथ पर टाइपिंग कर अपनी रोजी-रोटी कमाने वाले बुजुर्ग का टाइपराइटर तोड़ डाला। इतना ही नहीं इस सिरफिरे दारोगा ने फुटपाथ पर लगने वाली कई चाय की दुकानों को भी अपने जूते तले रौंद दिया। जब दारोगा की इस करतूत को वहां से गुजर रहे मीडियाकर्मियों ने अपने कैमरे में कैद करना शुरू किया तो वह उस पर बिफर पड़ा। देरशाम दारोगा प्रदीप की करतूत की भनक लगने पर एसएसपी राजेश पांडेय ने उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया और सीओ आलमबाग को जांच का आदेश दिया है।

करने लगा तांडव

हजरतगंज चौराहे से राजभवन की ओर जाने वाली रोड की फुटपाथ पर बीते 35 साल से कृष्ण कुमार (65) टाइपिंग कर अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे कृष्ण कुमार साइकिल से अपनी टाइप मशीन लेकर फुटपाथ पर पहुंचे और मशीन को जमीन पर रखा ही था। इसी दौरान चौकी इंचार्ज सचिवालय प्रदीप कुमार अकेले ही वहां आ पहुंचा और उसने उन्हें देखते ही गालियां देना शुरू कर दिया। कृष्ण कुमार ने हाथ जोड़कर माफी मांगी तो एसआई प्रदीप ने जमीन पर रखी उनकी टाइपराइटर पर लात मार दी। इतने से उसका गुस्सा नहीं थमा तो उसने टाइपराइटर उठाकर नाली में फेंक दिया। जिससे उनका टाइपराइटर कई हिस्सों में बिखर गया।

चाय की दुकानों को किया तहस-नहस

कृष्ण कुमार का टाइपराइटर फेंकने के बाद एसआई प्रदीप कुमार फुटपाथ पर लगने वाली चाय की दुकानों पर जा पहुंचा। चाय वालों को गालियां देने के बाद उसने पैर से उनकी दुकानों पर रखा दूध और अन्य सामान जूतों से रौंद दिया। करीब 20 मिनट तक चले एसआई प्रदीप कुमार के तांडव को देख वहां लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया। इसी बीच कुछ मीडियाकर्मी भी उधर से गुजरे। दारोगा की दबंगई देख उन लोगों ने उसकी करतूत को कैमरे में कैद करना शुरू कर दिया। जिस पर एसआई प्रदीप कुमार ने मीडियाकर्मियों को ही धमकाना शुरू कर दिया।

एसएसपी ने कर दिया सस्पेंड

पूरे मामले की फोटोग्राफ मीडियाकर्मियों ने फेसबुक पर डाल दी। पुलिस के जुल्म की यह फोटोग्राफ्स देखते ही देखते फेसबुक के अलावा तमाम सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर वायरल हो गई। एसआई प्रदीप कुमार की करतूत की भनक एसएसपी राजेश पांडेय को भी लगी। जिस पर उन्होंने सीओ हजतरगंज अशोक कुमार वर्मा को जांच कर तुरंत आख्या देने का आदेश दिया। सीओ वर्मा ने जांच में प्रथम दृष्टया एसआई प्रदीप कुमार को दोषी पाया। सीओ वर्मा की रिपोर्ट प्राप्त होते ही एसएसपी पांडेय ने एसआई प्रदीप कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।

एसआई प्रदीप कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा पूरे मामले की जांच सीओ आलमबाग को सौंप दी गई है। जांच में दोषी पाए जाने पर विभागीय दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

राजेश कुमार पांडेय

एसएसपी, लखनऊ

Posted By: Inextlive