शरीर पर गोदवाया है कारगिल युद्ध में शहीद हुए सभी 559 जवानों का नाम

dhruva.shankar@inext.co.in

बीस वर्ष पहले हुआ कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस और जांबाजी का ऐसा उदाहरण है जिस पर देशवासियों को गर्व होता है। करीब 18 हजार फीट की ऊंचाई पर कारगिल में लड़ी गई जंग में देश ने सैकड़ों वीर योद्धाओं को खोया था। उन्हीं शहीदों के लिए एक शख्स ने ऐसा कार्य किया है जिसे वह मरते दम तक अपने साथ-साथ लेकर चलते रहेंगे। उन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद हुए 559 शहीदों का नाम अपने शरीर पर गुदवाया है। पेशे से इंटीरियर डिजाइनर पंडित अभिषेक गौतम को जब अपने मित्रों से यह जानकारी हुई कि कुंभ मेला में संतश्री बालक योगेश्वर दासजी महाराज की अगुवाई में शहीदों की स्मृति में महायज्ञ चल रहा है तो शहीदों के सम्मान में वे यहां पहुंच गए।

इंडियन आर्मी ने बचाई जान तो बदल गया नजरिया

शहीदों का नाम अपने शरीर पर गुदवाने वाले पंडित गौतम का यह कोई शौक नहीं था। दिल्ली में रहकर इंटीरियर डिजाइनर का काम करने वाले पंडित गौतम को घूमने का जुनून था। मई 2017 में वे अपने तीस सदस्यीय दल के साथ लेह-लद्दाख की सैर को निकले थे। पंडित गौतम बताते हैं कि लद्दाख में घूमते समय तीन साथी गहरी खाई में गिर गए। आर्मी के जवानों ने जान की बाजी लगाकर तीनों को बचा लिया था। इस घटना ने उनके जीवन का रूख ही बदल दिया। तभी संकल्प लिया कि सैनिकों के सम्मान में कुछ ऐसा कार्य करना है जो मरते दम तक उनकी जिंदगी का हिस्सा बन जाए।

शहीदों के लिए पंद्रह दिनों तक सहा अपार दर्द

उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी पंडित गौतम ने 26 जुलाई से लेकर 11 अगस्त 2018 के बीच कारगिल युद्ध में शहीद हुए जांबाजों का नाम अपने शरीर पर गुदवाया। इस दौरान लगातार उन्हें बुखार आता रहता था। नाम गुदवाने समय कई बार बेहोश हो जाते थे लेकिन संकल्प को पूरा करने का जुनून सिर पर सवार था। उन्होंने अपने शरीर पर परमवीर चक्त्र विजेता कैप्टन विक्त्रम बत्रा, महावीर चक्त्र विजेता कैप्टन अनुज नायर, कैप्टन मनोज तिवारी व कैप्टन सुमित राय सहित 559 शहीदों का नाम शरीर पर गुदवाया है। नाम गुदवाने के बाद पंडित गौतम 15 अगस्त 2018 को उस नामों को दिखाने के लिए कश्मीर के द्रास सेक्टर गए। जहां उन्होंने कारगिल वार मेमोरियल में सेना के अधिकारियों व जवानों को एक-एक शहीदों का नाम दिखाया था।

क्रांतिकारियों का चित्र भी गुदवाया

एक नजरिए ने पंडित गौतम को देशभक्ति का ऐसा एहसास कराया कि उन्होंने न केवल कारगिल शहीदों का नाम अपने शरीर पर गुदवाया बल्कि देश के ऐसे महापुरुषों का चित्र भी अपने शरीर पर गुदवाया जिनके बारे में वह बचपन में खूब पढ़ा करते थे। उन्होंने शहीदे आजम भगत सिंह, अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद, रानी लक्ष्मीबाई, महाराणा प्रताप, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, स्वामी विवेकानंद, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम आजाद व छत्रपति शिवाजी जैसे महापुरुषों के चित्र को अपने शरीर पर गुदवाया। इसके अलावा इंडिया गेट व अमर जवान ज्योति का चित्र भी उनके शरीर में मौजूद है।

Posted By: Inextlive