Ranchi : कहीं अहम का टकराव है, तो कहीं सम्मान का। हम बॉस हैं, यहां मेरे मन मुताबिक काम चलेगा की लड़ाई छिड़ी हुई है। पिछले दिनों डोरंडा थाना में इंस्पेक्टर अपने ही जमादार से अरेस्टिंग के एक मुद्दे पर भिड़ गए थे। अब नया मामला यह सामने आया है कि हटिया डीएसपी निशा मुर्मू और धुर्वा थाना इंस्पेक्टर इंद्रमणि चौधरी के बीच तनातनी हो गई है। यहां तक कि इन दोनों अधिकारियों के बीच एक-दूसरे के खिलाफ पत्राचार के माध्यम से लड़ाई छिड़ गई है। सभी एक-दूसरे पर छींटाकशी करने में लगे हैं। प्रभारी चीफ सेक्रेटरी रहे सजल चक्रवर्ती भी जब खुद सीएम और सरकार की कार्यप्रणाली पर खुलकर बोलने लगे, तो उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ गई। चार दिनों पहले ही उनसे चीफ सेक्रेटरी का प्रभार छीन लिया गया और उनकी जगह पर आईएएस ऑफिसर सुधीर प्रसाद को झारखंड सरकार का नया चीफ सेक्रेटरी नियुक्त किया गया। यानी, बॉस से पंगा लेना सबऑर्डिनेट्स को महंगा पड़ रहा है।

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अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिए गए इंस्पेक्टर इंद्रमणि चौधरी

धुर्वा थाना इंस्पेक्टर इंद्रमणि चौधरी सरकारी जिप्सी लेकर कहीं निकल गए। चूंकि पहले से ही इसकी सूचना उन्होंने वरीय अधिकारियों को दे दी थी, इसलिए वरीय अधिकारी भी इस बात पर राजी थे। पर, जब हटिया डीएसपी को इस बात का पता चला, तो उन्होंने शोकॉज जारी कर डाला। इसके बाद हटिया डीएसपी ने उनसे बंद के दौरान सड़कों पर उन्हें नहीं पाए जाने का भी कारण पूछा है। इस मामले में धुर्वा थाना इंस्पेक्टर ने हटिया डीएसपी निशा मुर्मू पर ही आरोप लगाने शुरू कर दिए। उनके काम करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए लेटर लिख डाला। इस मामले ने तूल पकड़ लिया। इस मामले में डीआईजी प्रवीण कुमार सिंह ने धुर्वा थाना के इंस्पेक्टर इंद्रमणि चौधरी को सस्पेंड कर दिया है। उन्हें अनुशासनहीनता और कर्तव्यहीनता के आरोप में सस्पेंड किया गया है।

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सीनियर के साथ बदतमीजी के आरोप में लाइन हाजिर हो गया जमादार

पिछले दिनों डोरंडा थाना में एक जमादार उपेंद्र सिंह और डोरंडा थाना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार श्रीवास्तव महज इस बात पर एक-दूसरे की औकात दिखाने लग गए कि एक आरोपी पकड़ा नहीं गया था। दोनों थाना में ही पोस्टेड अन्य पुलिसकर्मियों के सामने एक-दूसरे से भिड़ गए। इंस्पेक्टर उन्हें आरोपी को पकड़ने के लिए कह रहे थे, तो जमादार उन्हें बार-बार समझा रहा था कि वह रांची में नहीं है। इस बात को लेकर दोनों भिड़ गए। बात पुलिस के वरीय अधिकारियों के पास पहुंची और सीनियर के साथ बदतमीजी करने के आरोप में जमादार उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया।

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सार्जेट मेजर से भिड़ गया सिपाही

एक सिपाही एस पाठक अपने ही सार्जेट मेजर तुषारकांत से भिड़ गया। उसे इस बात का अहम था कि वह चीफ मिनिस्टर हेमंत सोरेन की गाड़ी चलाता है। सार्जेट मेजर को हटवाने के लिए एक लॉबी भिड़ गई, उधर उन्हें बचाने के लिए दूसरी लॉबी भी जुट गई। इस बाबत प्रभारी चीफ सेक्रेटरी रहे सजल चक्रवर्ती ने डीजीपी और एसएसपी को सार्जेट मेजर के मामले में फैसला लेने के लिए आदेश दे दिया था। लेकिन, अब इस बात को किसी तरह चलता कर दिया गया है।

'हटिया डीएसपी के साथ धुर्वा थाना इंस्पेक्टर इंद्रमणि चौधरी नियम के विरुद्ध बयानबाजी कर रहे थे। उनके खिलाफ पूर्व में भी कई कंप्लेंट्स आ चुकी थीं। कर्तव्यहीनता व अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.'

-प्रवीण कुमार सिंह

डीआईजी, रांची

Posted By: Inextlive