Lucknow: ‘मेरी मां के कंगन वापस दे दे...लाला!' फिल्म मदर इंडिया का यह डायलॉग आपको शायद याद होगा. महबूब खान की इस सुपरहिट फिल्म के जैसा डायलॉग आजकल राजधानी की एक फाइनेंस कंपनी के भीतर गूंज रहा है. रीयल लाइफ की इस स्टोरी में सुक्खी लाला के किरदार में है फाइनेंस कंपनी के अफसर और बिरजू बन गये हैं भोले-भाले लखनवाइट्स. ये बिरजू खासे नाराज हैं क्योंकि इस बार मां के कंगन के साथ ही बीवी के नेकलेस और चेन भी फंस गई है. किसने बनाया लखनवाइट्स को बिरजू और कौन निभा रहा है सुख्खी लाला का किरदार जानिये आई-नेक्स्ट की इस रिपोर्ट में...


छह करोड़ की ज्वेलरी की डकैती
कहानी है मुथूट फाइनेंस कंपनी और वहां गोल्ड रखकर लोन लेने वालों की। कुछ दिन पहले आलमबाग स्थित मुथूट फाइनेंस कंपनी में पड़ी डकैती में लगभग छह करोड़ की ज्वेलरी लूट ली गई थी। अब जब पुलिस अधिकतर डकैतों को गिरफ्तार कर लगभग पूरी ज्वेलरी बरामद कर ली है तो कंपनी वाले ज्वेलरी वापस करने में बहाने बना रहे हैं। बुधवार को अपनी ज्वैलरी को वापस लेने के लिये तकरार कर रहे जियामऊ निवासी पेशे से ट्रांसपोर्टर बृजेश तिवारी ने बताया कि उनकी भाभी रजनी ने 2010 में 73 ग्राम सोना, जिसमें कंगन, नेकलेस और चेन थी, गिरवी रखकर एक लाख रुपये लोन लिया था। 21 फरवरी को कंपनी में डकैती पड़ गई, जिसकी खबर मिलने पर उन्होंने अगले दिन कंपनी में फोन किया और रसीद नंबर 00071 पर रखी ज्वैलरी के बारे में पूछताछ की। कॉल अटेंड करने वाले कंपनी कर्मी ने उनकी पूरी डिटेल तसदीक करने के बाद बताया कि उनकी ज्वैलरी सुरक्षित है। बृजेश ने बताया कि यह सुनते ही उन्हें बहुत सुकून मिला क्योंकि यह ज्वैलरी उनकी मां की थी जो उन्होंने भाभी को दी थी। पर, तीन दिन बाद जब वह कंपनी पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उनकी ज्वैलरी तो डकैत ले गये।


बरामदगी छोड़ो फाइनल सेटेलमेंट कराओ

बृजेश ने बताया कि ज्वैलरी लुट जाने की खबर सुनते ही वह उलटे पांव वापस घर लौट आये। अगले दिन जब वह कंपनी पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि वह अपनी ज्वैलरी के बदले नगद रुपया ले सकते हैं। यह सुनते ही उन्होंने एप्लीकेशन दे दी। पर, इसी बीच क्राइम ब्रांच ने डकैती की घटना का खुलासा कर दिया और तीन बार में करीब छह किलो सोना बरामद कर लिया। यह जानकारी मिलने पर बृजेश फिर से कंपनी पहुंचे और अपनी ज्वैलरी के बारे में पूछताछ की। बृजेश ने बताया कि कंपनी के कर्मचारियों ने उनसे कहा कि बरामदगी छोड़ो और फाइनल सेटेलमेंट कराकर अपनी रकम वापस ले लो। पर, बृजेश और भाभी रजनी ने उनसे कहा कि उनकी मां की यादें उस ज्वैलरी से जुड़ी हुई थीं, जिस वजह से वे बिना बरामद ज्वैलरी को चेक किये इस पर आगे कोई बात करने को तैयार नहीं हैं। कंपनी कर्मचारी उन्हें बरामद ज्वैलरी के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहे। जिस पर बृजेश ने कंपनी को कोर्ट में घसीटने की चेतावनी दी है। कम रेट पर हो रहा सेटेलमेंट
वहीं, मुथूट फायनांस कंपनी में सेटेलमेंट के लिये आये टायर व्यवसायी मो। सलाहउद्दीन ने बताया कि जिस दिन डकैती हुई थी उस दिन कंपनी के मैनेजर ने उनसे वायदा किया था कि उस दिन का लखनऊ में सोने का जो भी रेट था, उसी के मुताबिक, उन्हें पेमेंट कर दिया जायेगा। इसके अलावा उन्होंने वायदा किया था कि सोने की कीमत के अलावा 15 परसेंट ज्वैलरी मेकिंग चार्ज भी दिया जायेगा। लेकिन, बुधवार को जब वह सेटेलमेंट के लिये पहुंचे तो उन्हें बाजार भाव से 2240 रुपये प्रति 10 ग्राम कम रेट दिया गया। उन्होंने बताया कि मेकिंग चार्ज देने से भी कंपनी मैनेजर ने इनकार कर दिया।Report by: pankaj.awasthi@inext.co.in

Posted By: Inextlive