- कोतवाली डीएसपी ने भी की पूछताछ, 22 पन्नों का है बयान

- रक्षा बंधन के दिन ही मायके में भाई के ड्रावर में रख दी थी चिट्ठी

- चिट्ठी पढ़ने के बाद परिजनों ने उठाया कदम, डाउरी एक्ट के तहत केस दर्ज

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RANCHI (22 Aug): राइफल शूटिंग में राष्ट्रीय गोल्ड मेडलिस्ट तारा शाहदेव के प्रताडि़त होने का राज मायके में भाई के घर ड्रावर में रखी चिट्ठी से खुला। यह चिट्ठी तारा ने उस समय लिखी थी, जब उसका पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकील उल हसन ने उसे क्0 अगस्त को मात्र दो घंटे के लिए पालकोट स्थित उसके मायके रक्षाबंधन पर ले गया था। उसने प्रताडि़त होने की बात मायके में नहीं बताने की हिदायत पर ले गया था। पर, तारा शाहदेव ने इन दो घंटों में एक मार्मिक चिट्ठी लिखी, जिसमें उसने अपने साथ हुए प्रताड़ना का दर्द लिखा था। परिजनों की ओर जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो एक दिन मौका पाकर तारा ने पड़ोस में काम करनेवाली नौकरानी से बस इतना कहा कि पालकोट जाकर भाई से इतना कह दे कि वह ड्रावर में रखी चिट्ठी पढ़ ले। चिट्ठी पढ़ने के साथ उसका भाई और पिता अंबिका नाथ शाहदेव अपनी बेटी के हिंदपीढ़ी स्थित फ्लैट पहुंचे। उस वक्त रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकील उल हसन किसी काम से दिल्ली गया था। इसके बाद तारा शाहदेव परिजनों के साथ महिला थाना पहुंची और पति के खिलाफ बयान दिया।

कोतवाली डीएसपी ने की पूछताछ

गुरुवार को अदालत में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज होने के बाद शुक्रवार को कोतवाली डीएसपी दीपक कुमार अंबष्ठ पालकोट पहुंचे और पीडि़ता से पूछताछ की। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि उसे बंद कमरे में रखा जाता था। उसे फ्लैट की सोसाइटी के लोगों से भी मिलने नहीं दिया जाता था। उसे बेवजह बंदूक के कुंदे से पीटा जाता था।

सिगरेट का धुआं मुंह पर फेंकता था

तारा शाहदेव ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उस फ्लैट में वह पति और सास के साथ रहती थी। उसे टॉर्चर किया जाता था और खाने को जूठन दिया जाता था। पालतू कुत्ते से कटवाया जाता था। रात में सिगरेट के धुंए का छल्ला उसके मुंह पर फेंका जाता था। उसने यह भी बताया कि उसकी मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाया जाता था। उसे यह ताकीद दी गई थी कि वह इस बात की जानकारी अपने मायकेवालों को नहीं दे, अन्यथा उसकी हत्या कर दी जाएगी। उनका पति भद्दी- भददी गालियां भी देता था।

अपार्टमेंट में नजरबंद थी

तारा की शादी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकुल उल हसन के साथ सात जुलाई, ख्0क्ब् को रैडिसन ब्लू होटल में हुई थी। शादी के दो-चार दिन बाद तक तो सब ठीक रहा लेकिन इसके बाद तारा शाहदेव को पति और उसकी सास कौशल रानी ब्लेयर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर आरडी-ब् से उसे बाहर नहीं निकलने देते थे। फ्लैट में ही उसे नजरबंद कर दिया था। फ्लैट में होनेवाले किसी भी समारोह में तारा शाहदेव शामिल नहीं होती थी। इसके लिए सोसाइटी के लोगों ने रंजीत सिंह उर्फ कोहली को टोका भी था, लेकिन उसने इस बात को हवा में उड़ा दिया था।

मनोज कुमार शर्मा की अदालत में बयान

मनोज कुमार शर्मा की अदालत में तारा शाहदेव का बयान रिकॉर्ड किया गया। बयान ख्ख् पन्नों का है। एक पन्ने में उसने शुरू से लेकर अंत तक की कहानी बयां की है। कैसे उसे प्यार के जाल में फंसाया, कैसे एस्कार्ट और पीली बत्ती के साथ घर पर आता था। घर पर आने के बाद वह मदद के बहाने में लोगों को झांसे में लिया। शादी के कुछ दिनों के बाद उसकी पिटाई की जाने लगी।

मौसी के मोबाइल पर दी धमकी

खबर ऊजागर होने के बाद रंजीत सिंह कोहली की ओर से एक महिला ने तारा शाहदेव की मौसी को फोन किया। फोन करने पर कहा कि अपनी बेटी को ले गई न। देखते हैं कौन बचाता है। कभी न कभी तो आएगी ही। मौसी ने इसकी सूचना कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ठ को भी दी है।

Posted By: Inextlive