लंदन में सोने के भाव इधर पिछले 4 दिनों से काफी तेजी से बढ रहे थे लेकिन अब फिलहाल इनमें थोड़ा ठहराव आ गया है। जिसमें स्‍टॉक मार्केट में चीनी और यूरोपीय विनिर्माण आंकड़ों से यह स्‍िथति बनी है। ऐसे में अब वहां सोने के भाव कल शुक्रवार को यूएस की नॉन फर्म पेरोल और एडीपी जॉब डॉटा की रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है।


उम्मीदों पर पानी फिर सकता
लंदन में सोने के दामों आती तेजी में आए ठहराव के बाद अब यूएस से मिलने वाले सिग्नल पर निगाहें है। यहां पर अमेरिका की ओर से शुक्रवार को अगस्त की आने वाली गैर कृषि पेराल्स रिपोर्ट का इंतजार काफी तेजी से हो रहा है। इसके अलावा एडीपी की ओर से पेश की जाने वाली जॉब रिपोर्ट पर भी बड़े तबके की निगाहें टिकीं हैं। यह रिपोर्ट वहां के रोजगार आदि का विस्तृत वर्णन करेगी। वहीं बाजार सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी बाजार में भी फिलहाल तेजी के आसार दिख रहे हैं। उनका दावा है कि इससे अभी अमेरिकी भावों में भी तेजी ही रहेगी। जिससे अगर अमेरिका की इस साप्ताहिक रिपोर्ट में भी ऐसा होता है तो यह लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा, क्योंकि कल मंगलवार को हाजिर सोना 1,138.96 डॉलर 1 औंस और वायदा सोना 1,138.70. डॉलर प्रति औंस रहा। जिसमें इन दोनों में 1.10 डॉलर का माइनर सा फर्क दिखा। यह वायदा सोना दिसंबर तक की डिलीवरी का है।टर्निंग प्वाइंट के आसार


ऐसे में इस संबंध में मित्सुबिशी विश्लेषक जोनाथन बटलर का कहना है कि सोना पिछले सप्ताह 1,117.35 डॉलर से निचले स्तर रहा, लेकिन अचानक से इसमें 2 प्रतिशत की तेजी हुई। जो कि पिछले एक दशक में एक बड़ी तेजी के रूप में उभरकर सामने आई है। यह बदलाव लगभग एक दशक बाद देखने को मिले हैं। ऐसे में अब व्यापारियों को दामों में आए बदलाव के लिए थोड़ा सावधान रहना होगा। इस पर वैश्िवक बाजारों की नजर है। शुक्रवार को आने वाले रिलीज डाटा से थोड़ा टर्निंग प्वाइंट की उम्मीद है। इस रिलीज डाटे में एडीपी पैरोल और गैर कृषि पैरोल बदला होगा। जिससे अब से दिसंबर तक के दामों में अब काफी बदलाव के फैक्ट देखने को मिलेंगे। जिससे दामों में स्थिरता से साफ है कि हो सकता बाजार अब इन्हीं दामों से स्टार्ट हो। इस समय यूएस में सोना और डॉलर पर दबाव है। वहां वर्तमान में ब्याज दर काफी कम है। कहा जा रहा है कि सोना इस साल करीब करीब 4 प्रतिशत नीचे गया है। जिससे अब काफी हद तक इसकी दरों में वृद्धि होने के सकेंत भी मिल रहे हैं। दुनिया के व्यापक बाजारों में यूरोपीय शेयर, रात भर एशिया में कमजोरी के सत्र के बाद पहले से ऊंचे उच्च स्तर से थोड़ा पीछे हैं। जिससे चनकी कमजोर विनिर्माण रिपोर्ट के रूप में, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप को वैश्विक विकास धीमी प्रगति की चिंता नहीं होनी चाहिए।

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Posted By: Shweta Mishra