गोमती रिवरफ्रंट और खनन घोटाले का जिन्न फिर बाहर आ गया है। इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने सोमवार को दोनों घोटाले के डेढ़ दर्जन आरोपितों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है।


- ईडी में आईओ बदले जाने के बाद फिर से शुरू होगा पूछताछ का सिलसिला- दस जून से पूछताछ के लिए अफसरों, इंजीनियरों और ठेकेदारों को बुलाया गयाlucknow@inext.co.inLUCKNOW : लोकसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही सपा सरकार में अंजाम दिए गये गोमती रिवरफ्रंट और खनन घोटाले का जिन्न फिर बाहर आ गया है। इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने सोमवार को दोनों घोटाले के डेढ़ दर्जन आरोपितों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है। फिलहाल इस फेहरिस्त में आईएएस बी। चंद्रकला का नाम नहीं है। उनसे ईडी और सीबीआई पहले ही पूछताछ कर चुके है। ईडी ने इन आरोपितों को नोटिस देकर आगामी 10 जून से बारी-बारी तलब किया है जिनमें तमाम अधिकारी और ठेकेदार शामिल हैं। रिवरफ्रंट घोटाले में ईडी ने तलाशे कमीशनखोरी के सुराग


सपा सरकार में हुए गोमती रिवरफ्रंट घोटाले में ईडी की छापेपारी, ठेकेदार के पास मिली अकूत संपत्ति,

पहले हो चुकी गहन पूछताछ

हालांकि गोमती रिवरफ्रंट घोटाले में ईडी आरोपित इंजीनियरों से पहले ही गहन पूछताछ कर चुकी है पर जिन अफसरों पर जांच का जिम्मा था उनके खिलाफ एक गुमनाम शिकायत के बाद विजिलेंस जांच के आदेश जारी हो गये थे। 'दैनिक जागरण आई नेक्स्ट' ने विगत 13 मई के अपने अंक में इसका खुलासा भी किया था। इनमें से असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर तैनात अफसर दोनों घोटाले के जांच अधिकारी बनाए गये थे, विजिलेंस जांच के बाद उनसे यह जिम्मेदारी वापस ले ली गयी थी। माना जा रहा है कि विजिलेंस जांच की वजह से ही दोनों घोटाले के आरोपितों को तलब किया जा रहा है। इनमें से गोमती रिवरफ्रंट के आठ जबकि खनन घोटाले के दस आरोपित नोटिस देकर बुलाए गये है।

Posted By: Shweta Mishra