-कमिश्नर ने बताया बनारस बना प्रदेश का पहला जिला

-नमामि गंगे और गंगा एक्शन प्लान के कायरें की समीक्षा की

VARANASI

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने नमामि गंगे और गंगा एक्शन प्लान के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने शाही नाले की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई और कहा कि यह मामला सीएम के संज्ञान में है। इस कार्य को हर हाल में दिसम्बर में पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि सीवरेज गैस से बिजली उत्पादन करने वाला वाराणसी प्रदेश का पहला जनपद है।

दस घंटे चल रहा एसटीपी

आयुक्त सभागार में मंगलवार को कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने जायका और गंगा एक्शन प्लान के कार्यो की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने बताया कि गैस इंजन से विद्युत निर्माण कर प्रतिदिन 10 घंटे तक जायका सीवरेज ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट को चलाया जा रहा है। प्रदेश का पहला जिला वाराणसी है। जहां सीवरेज गैस से विद्युत उत्पादन करने वाला प्रोजेक्ट शुरू हो गया है। जायका के तहत सीवर कार्य के फेज प्रथम में इंटरसेप्टर, लाइटिंग आदि कार्य पूर्ण हो गए हैं। फेज-टू में भी तीन पम्प स्टेशन चौकाघाट 140 एमएलडी, फुलवरिया 7.6 एमएलडी, सरैया 3.7 एमएलडी पूर्ण हो चुके हैं। 140 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू हो गया है। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में निकलने वाली गैस से विद्युत उत्पादन कर प्लांट चालू रखने की व्यवस्था है। वर्तमान में प्रतिदिन प्लांट इसी गैस से उत्पादित बिजली से चल रहा है। इसमें अतिरिक्त विद्युत की बचत हो रही है। इस समय ट्रीटमेंट से निकलने वाले तरल में बीओडी 15 से 20 पीपीएम तथा टीएसएस 25 से 30 है।

शाही नाला का कार्य पूरा न होने पर भड़के

शाही नाला की धीमी प्रगति पर कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने नाराजगी जताई। उन्होंने हर हाल में दिसम्बर तक कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आ चुका है। इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर विभागीय कार्यवाही और आपराधिक मामलों में भी कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि डॉ। राजेंद्र प्रसाद घाट पर पंपिंग स्टेशन 15 अक्टूबर 2019 तक पूर्ण करने की समय सीमा निर्धारित कर दी गई। बैठक में अन्य पंपिंग स्टेशनों की प्रगति, जीआईएस मैपिंग की कार्यवाही आदि की एक-एक कर समीक्षा की गई और कार्यदाई संस्थाओं को हिदायत दी गई कि निर्धारित डेडलाइन की सीमा के अंदर हर हाल में कार्य पूर्ण करें।

Posted By: Inextlive