- 2012 में दारोगा ने जागृति विहार में खरीदा था विवादित मकान

मेरठ : जागृति विहार 726-3 के मकान में रह रहे किरायेदार का सामान मकान मालिक दारोगा जितेंद्र शर्मा ने सोमवार को बाहर फेंक दिया। वर्ष 2012 में विवादित मकान को दारोगा ने खरीदा था। मौके पर पहुंची मेडिकल पुलिस दारोगा को थाने ले गई और किरायेदार का सामान घर में रखवाया।

यह है मामला

शास्त्रीनगर सेक्टर दो निवासी राकेश का जागृति विहार सेक्टर तीन मकान मकान था। राकेश ने मकान को नौ साल पहले भारत हॉस्पिटल में जितेंद्र भाटी को किराये पर दिया था। मकान खाली कराने को लेकर कई बार हंगामा भी हो चुका है। चार साल से जितेंद्र भाटी किराये को कोर्ट में जमा करता है। इसी बीच वर्ष 2012 में राकेश ने विवादित मकान को मुजफ्फरनगर नई मंडी थाना में तैनात दारोगा जितेंद्र शर्मा को बेच दिया। आरोप है कि किरायेदार मकान खाली कराने की एवज में दारोगा से मोटी रकम लेना चाहता था। मकान खाली न होता देख सोमवार को दारोगा अपनी पत्नी ऊषा, पुत्र अमित और गौरव के साथ आधा दर्जन युवकों को लेकर मकान पर पहुंचा। उस समय जितेंद्र भाटी अपनी पत्नी संग बाहर गए थे। घर पर उनकी दो पुत्री थीं। इसी बीच दारोगा अपने लोगों के साथ घर में घुसा और सामान सड़क पर फेंक दिया। सूचना पर किरायेदार दंपती भी मौके पर पहुंचे तो उनके साथ भी मारपीट की गई। किरायेदार का आरोप है कि दारोगा और उसके लोगों ने उसकी पुत्री व पत्नी के साथ छेड़छाड़ कर मारपीट की है। पुलिस के आने पर दारोगा को छोड़ अन्य लोग वहां से भाग गए। इस मामले में मेडिकल एसओ ने कहा कि सामान घर में रखवा दिया है। तहरीर नहीं आई है।

Posted By: Inextlive