आज भारत आएंगे गूगल CEO सुंदर पिच्चाई, मोदी से करेंगे मुलाकात
कल मोदी से मिलेंगे
सूत्रों ने बताया कि पिचाई 16 दिसंबर को अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर यहां पहुंचेंगे। बुधवार को मीडिया से रूबरू होने के साथ ही पिचाई वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से भी मुलाकात करेंगे। पिचाई 17 दिसंबर को मोदी से मिलेंगे जिसके बाद वह श्रीराम कॉलेज ऑफ कामर्स के छात्रों को संबोधित करेंगे और उनके सवालों का जवाब देंगे। इसके बाद शाम के समय वह राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। उल्लेखनीय है कि मोदी ने सितंबर में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान गूगल मुख्यालय में पिचाई से मुलाकात की थी। चेन्नई में 1972 में जन्मे पिचाई ने आइआइटी खड़गपुर से पढ़ाई करने के बाद पीएचडी करने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी चले गए थे। पिचाई एनड्रायड-एक का शुभारंभ किया है। उन्होंने रेलवे के साथ देश भर के 400 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा प्रदान करने के लिए गूगल इंडिया की सहायक कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इंटरनेट के व्यापक आसार
भारत में अभी तक एक करोड़ से ज्यादा लोग इंटरनेट की सुविधा से वंचित हैं। यही कारण है कि भारत में इंटरनेट के बाजार में व्यापक संभावनाएं हैं। इस बाजार में फेसबुक फ्री बेसिक परियोजना के माध्यम से पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। तो दूसरी तरफ गूगल लून परियोजना के माध्यम से इस बाजार पर अपनी पकड़ बनाना चाहती है। हाल में ही सरकार ने गूगल की गुब्बारों के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचाने की योजना का मंजूरी नहीं दी, जिसके बाद पिचाई की भारत यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
गूगल का बिजनेस मॉडल
इंटरनेट की दोनों ही बड़ी कंपनियां दुनिया के ज्यादा से ज्यादा लोगों को इंटरनेट से जोड़ना चाहती है और इस कारण बहुत ही सीधा है कि जितने ज्यादा लोग इंटरनेट से जुड़ेंगे उतना ही वे गूगल और फेसबुक से जुड़ेंगे। इससे इन कंपनियों की इंटरनेट विज्ञापन के माध्यम से होने वाली कमाई भी बढ़ेगी। भारत में बड़ी इंटरनेट कंपनियों द्वारा अत्यधिक रुचि जताए जाने का कारण भी यही है। इसलिए पिछले एक साल में फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग दो बार भारत आ चुके हैं। और अब गूगल के भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचाई की बारी है। पिचाई के साथ गूगल के आठ उपाध्यक्ष भी भारत आ रहे हैं इससे यह पता चलता है कि गूगल के लिए भारतीय बाजार कितना महत्वपूर्ण है।