‘अमूल’ के जन्‍मदाता कहे जाने वाले वर्गीज कुरियन की आज 92वीं जयंती मनाई जा रही है। ऐसे में गूगल ने आज उनका डूडल बनाकर इस दिन को और खास बना दिया है। वर्गीज कुरियन भारत को दुनिया का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक देश बनाने के लिए श्वेत क्रांति लाने वाले कहे जाते हैं। इसके अलावा इन्‍हें ‘मिल्कमैन ऑफ इंडिया’ के नाम भी जाना जाता है।


पाउडर बनाने का श्रेय26 नवंबर, 1921 को जन्मे वर्गीज कुरियन के जन्म दिन को आज गूगल ने खास तरह से बनाया है। उसने उनको समर्पित अपने होम पेज पर उनका डूडल बनाया है। वर्गीज के मशहूर ‘अमूल’ अमूल ब्रांड की कीमत अरबों रुपये में हो गई है। उन्होंने अमूल दूध को एक बेहतर ब्रांड बनाने का प्रयास किया और सफल भी हुए। भैंस के दूध से पहली बार पाउडर बनाने का श्रेय भी कुरियन को जाता है। उनके प्रयासों से ही दुनिया में पहली बार गाय के दूध से पाउडर बनाया गया। 1940 में विज्ञान में स्नातक किया करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इकसे बाद अमेरिका में  मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी से 1948 में मेकेनिकल इंजीनियरिंग डेयरी इंजीनियरिंग विषय से पढाई करके मास्टर डिग्री पाई थी।अमूल का जन्म हुआ
इसके बाद भारत आकर इनको अपने अमूल ब्रांड के तहत गुजरात के आणंद स्थित सरकारी क्रीमरी में काम करने का मौका मिला। 1949 के अंत तक कुरियन को क्रीमरी से कार्यमुक्त करने का आदेश मिल गया और कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के अनुरोध पर डेयरी का काम संभाला। इसके बाद सरदार वल्लभभाई पटेल की पहल पर इस डेयरी की स्थापना और उन्होंने कुरिया से डेयरी ब्रांड बनाने को कहा जिसके बाद ‘अमूल’ का जन्म हुआ। इसकी शुरूआती सफलता को देखते हुए गुजरात में अलग अलग दुग्ध संघों को गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) के बैनर तले लाने का सफल प्रयास हुआ।बड़ा दुग्ध उत्पादक देश अमूल की सफलता से अभिभूत होकर ही प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने राष्ट्रीय दुग्ध विकास बोर्ड (एनडीडीबी) का गठन किया था। जिसकी वजह से  पूरे देश में अमूल मॉडल को समझा और अपनाया गया। सबसे खास बात तो यह है कि एनडीडीबी ने 1970 में ‘ऑपरेशन फ्लड’ की शुरूआत से ही भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया। 60 के दौर में जहां भारत में दूध की खपत जहां दो करोड़ टन थी वहीं 2011 में यह 12.2 करोड़ टन पहुंच चुकी है। वर्गीज कुरियन को ‘मिल्कमैन ऑफ इंडिया’ के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा इन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। वहीं रैमन मैग्सायसाय पुरस्कार, कार्नेगी.वाटलर विश्व शांति पुरस्कार और अमेरिका के इंटरनेशनल परसन ऑफ द ईयर सम्मान से भी कुरियन सम्मानित हुए थे।

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Posted By: Shweta Mishra