- धनतेरस के बाजार में लोगों को हुई मुसीबत

- कुछ जगह पर डिजिटल ट्रांजेक्शन से चला काम

GORAKHPUR: 'दिस एटीएम इज आउट ऑफ सर्विस, कैश इज नॉट अवेलबल, कैश नहीं है, पैसा नहीं है' ऐसी तख्तियां शहर भर के एटीएम के सामने फिर टंगी नजर आई। धनतेरस के बिजी बाजार में भी एटीएम बजाए पैसा देने के सिर्फ रसीद ही उगलते रहे, जबकि कुछ जगह यह व्यवस्था भी नहीं दिखी। कमोबेश शहर के हर एटीएम का यही नजारा इन दिनों देखने को मिल रहा था। इसकी वजह से शहरवासियों के साथ ही दूर-दराज से मार्केट या मरीजों को लेकर आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ लोगों ने तो डिजिटल ट्रांजेक्शन के जरिए खरीदारी कर ली, लेकिन कुछ अवेयर न होने की वजह से इधर-उधर एटीएम पर भटकते नजर आए।

खरीदार और तीमारदार हुए परेशान

कैश न होने से खरीदार तो परेशान हुए ही, सबसे ज्यादा परेशानी मरीज के तीमारदारों को हुई। मरीज को एडमिट कराने के बाद जब वह एटीएम कैश लेने के लिए निकले, तो उन्हें पूरे शहर में दर्जनों एटीएम की खाक छाननी पड़ी। इसके बाद भी उनकी प्रॉब्लम दूर नहीं हो सकी। गोलघर में मौजूद एटीएम के अलावा बेतियाहाता, पैडलेगंज, डीआईजी बंगला, यूनिवर्सिटी चौराहा, कचहरी चौराहा पर कैश मौजूद नहीं था। यहां तक कि बैंक रोड पर एसबीआई के एटीएम प्लाजा में मौजूद किसी भी एटीएम मशीन में कैश मौजूद नहीं था। कुछ जगहों में पैसे मिले, लेकिन कुछ देर में वह भी खाली हो गए।

कैश की काफी किल्लत थी। एक के बाद एक कई एटीएम में भटकना पड़ा, जिसके बाद पैसा मिल सका।

- मोहम्मद रेहान

पैसे तो एटीएम में नजर ही नहीं आए। कई जगह सिर्फ पर्ची निकल रही थी, तो कई जगह वह भी नहीं। काफी दौड़ लगानी पड़ी।

- नदीम अहमद

फेस्टिव सीजन में पैसों के लिए काफी परेशान होना पड़ा। कहीं पर भी कैश नहीं मिल पाया। डेबिट कार्ड के जरिए पेमेंट करना पड़ा।

- बबलू प्रसाद गुप्ता, प्रोफेशनल

धनतेरस पर पैसों के इंतजाम होने चाहिए थे, लेकिन जहां पैसे थे वहां लंबी लाइन लगी हुई थी। कई घंटे एटीएम-एटीएम भटकने के बाद वापस लौट सका।

- अनूप श्रीवास्तव, प्रोफेशनल

Posted By: Inextlive