GORAKHPUR: जहां प्रदेश सरकार की ओर से शराब को लेकर लगातार सख्ती की जा रही है. वहीं दूसरी ओर खुद सीएम के शहर के तमाम होटल ही खुले बार में तब्दील हो गए हैं. पुलिस और आबकारी विभाग की उदासीनता के चलते सिटी के कई होटल्स में बिना अस्थाई लाइसेंस के डेली कॉकटेल पार्टियां ऑर्गनाइज की जा रही हैं. इसके लिए होटल संचालक ग्राहकों से मोटी रकम भी वसूल कर रहे हैं. वहीं आबकारी विभाग का कहना है कि शहर के ऐसे होटल्स को चिन्हित कर उनके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा.

- शहर के होटलों में खुलेआम चल रही कॉकटेल पार्टी

- बिना अस्थाई लाइसेंस के ही हो रहा आयोजन

- पुलिस व आबकारी विभाग की उदासीनता के चलते बेखौफ संचालक

 

ताक पर रख दिया नियम
ऐसे तो शराब पीने के लिए बार होते हैं, लेकिन अगर किसी बार में एक साथ तमाम लोगों के लिए कॉकटेल पार्टी करनी हो तो इसके लिए बकायदा आबकारी विभाग की ओर से अस्थाई लाइसेंस लेना होता है। एक दिन के इस अस्थाई लाइसेंस के लिए विभाग को दस हजार रुपए शुल्क भी देना होता है। लेकिन शहर के कई होटल्स में इन नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बिना लाइसेंस के ही पार्टी के नाम पर होटल तो बुक कर ही दिया जा रहा और पार्टी के दौरान जाम भी लड़ाए जा रहे हैं।

सिर्फ खाने का लगेगा पैसा
शहर के होटल्स में नियमों की धज्जियां उड़ाकर खुलेआम कॉकटेल पार्टी आयोजित होने की लगातार मिल रही शिकायतों की पड़ताल करने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने की। सबसे पहले टीम शुक्रवार को विजय चौक गैस गोदाम गली स्थित एक होटल में पहुंची। यहां पार्टी के लिए होटल बुक करने की बात पूछी। रिसेप्शन पर बैठे व्यक्ति ने कहा कि सर मैनेजर अभी हैं नहीं, आप उनसे फोन पर बात कर लीजिए। फोन पर बात करने पर रिपोर्टर ने मैनेजर ने पार्टी के लिए हॉल बुक करने की बात कही। पहले तो उसने पार्टी की डेट पूछी और डेट बताते ही जवाब दिया कि छोटा हॉल उस दिन खाली है।
कॉकटेल पार्टी के लिए राजी हो गए
इसके बाद रिपोर्टर ने उसी अंदाज में पूछा कि दवाई भी पार्टी में चलेगी यानी कि शराब, इसमें कोई दिक्कत तो नहीं होगी न? मैनेजर ने जवाब दिया कि अरे नहीं सर, लेकिन हिसाब से। आपको तो पता ही है कि ये सब होटल में नहीं चलता लेकिन हिसाब से आप लोग सब कर सकते हैं। इसके बाद रेट पूछे जाने पर उसने मेन्यू के मुताबिक रेट बताया। 40 लोगों की पार्टी के लिए इस होटल में सिर्फ खाने का बिल ही देना होगा, जबकि हॉल का कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लगेगा। वहीं, शराब के बारे में पूछे जाने पर बताया कि आप को उसका इंतजाम खुद ही करना होगा। यही हाल तमाम अन्य होटल्स का भी रहा। वहां भी बिना किसी लाइसेंस की जरूरत बताए ही आसानी से होटल वाले कॉकटेल पार्टी के लिए राजी हो गए।

एक महीने में बने महज पांच लाइसेंस
इन दिनों रोजना शहर के एक-दो नहीं बल्कि तमाम होटलों में कॉकटेल पार्टियां आयोजित हो रही हैं। जहां बोतलों के हिसाब से नहीं बल्कि पेटी के हिसाब से शराब पिलाई जा रही है। लेकिन इसके लिए पार्टी आयोजक और होटल संचालक द्वारा आबकारी विभाग से कोई लाइसेंस नहीं लिया जा रहा है। यही वजह है कि जहां शहर में रोजना करीब आधा दर्जन से अधिक कॉकटेल पार्टियां आयोजित हो रहीं हैं, वहीं अप्रैल महीने में अब तक इसके लिए आबकारी विभाग से महज पांच लाइसेंस ही लिए गए हैं। ऐसे में जाहिर है कि इस तरह की कॉकटेल पार्टियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए पुलिस व आबकारी विभाग पूरी तरह उदासीन हैं जिसका फायदा उठाकर होटल संचालकों ने होटलों को बार बना दिया है।

 

यह नियम के विरुद्ध
फिलहाल यह मामला संज्ञान में नहीं है, लेकिन अगर ऐसा है तो यह नियम के विरुद्ध है। इसके लिए होटलों को चिन्हित कराकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पार्टी में शराब के सेवन के लिए एक दिन का अस्थाई लाइसेंस लेना अनिवार्य है जोकि आबकारी विभाग की ओर से जारी किया जाता है।
- विजय प्रताप सिंह, जिला आबकारी अधिकारी

Posted By: Inextlive