-मल्टी लेवल पॉर्किंग के निर्माण में ठेकेदारों की नहीं रूचि, दूसरे बार निकला टेंडर

-22 करोड़ की लागत से बननी है शहर में मल्टी लेवल पॉर्किंग

GORAKHPUR: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के ठेकेदारों के अंदर जांच का खौफ इस कदर है कि टेंडर निकालने के बाद भी वे आवेदन नहीं कर रहे हैं। ठेकेदारों द्वारा पूर्व में कराए जा रहे कामों की जांच जीडीए करा रहा है। जलकल में मल्टी लेवल पार्किंग निर्माण के लिए जीडीए की ओर से टेंडर निकाला गया था। जब टेंडर खोला गया तो कोई आवेदन नहीं आया था। 29 जनवरी को मल्टी लेवल पार्किंग की री-टेंडरिंग कर दी गई है। फिर भी अभी तक कोई आवेदन नहीं है। 12 फरवरी तक ठेकेदारों से खुला आवेदन मांगा गया है और 13 फरवरी तक टेंडर ओपेन होगा। फिलहाल 22.12 करोड़ का टेंडर जारी किया गया है। इसमें जीएसटी और टेट को जोड़ने के बाद इसकी लागत में अभी बढ़ोत्तरी हो सकती है।

अब ओपेन हाेगा टेंडर

मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण के लिए पहले टेंडर को यूपी व दिल्ली के ठेकेदारों के लिए जारी किया गया था। कोई आवेदन नहीं आने पर अब टेंडर के दायरे को बढ़ा दिया गया है। पूरे देश से कोई भी ठेकेदार टेंडर के लिए आवेदन कर सकता है। जीडीए तीन करोड़ तक के टेंडर वर्क को अपने विभाग में रजिस्टर्ड ठेकेदारों से ही कराता है। लेकिन उससे अधिक धनराशि होने पर किसी भी सरकारी विभाग में रजिस्टर्ड ठेकेदार टेंडर डाल सकता है। जीडीए अधिकारियों के मुताबिक, मल्टी लेवल पार्किंग की तकनीक से सभी ठेकेदार परिचित नहीं होते हैं, इसलिए टेंडर ओपेन किया गया है।

22.12 करोड़ की लागत से बनेगी पार्किंग

जीडीए ने पार्किंग निर्माण के टेंडर का री-टेंडरिंग किया है। 5 मंजिल के इस मल्टी लेवल पार्किंग के निर्माण पर करीब 29 करोड़ रुपए खर्च होने की संभावना है। मूल लागत में जीएसटी व सेस की दरों को भी शामिल किया जाना है। 21 करोड़ रुपये में इमारत आदि का निर्माण होगा, जबकि आठ करोड़ रुपये बिजली, लिफ्ट आदि पर खर्च होंगे। 4200 वर्ग मीटर में बेसमेंट, ग्राउंड के बाद प्रथम, द्वितीय, तृतीय और उसकी छत पर गाड़ी पार्क की जा सकेगी। 383 गाडि़यों की पार्किंग क्षमता के लिए पहली किस्त के तौर पर 11.64 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।

वर्जन

तीन करोड़ की लागत के काम जीडीए विभाग से रजिस्टर्ड ठेकेदारों से कराया जाता है। अधिक लागत पर कोई भी ठेकेदार आवेदन कर सकता है। अब पार्किंग के लिए पूरे देश से कोई भी ठेकेदार आवेदन कर सकता है।

राम सिंह गौतम, जीडीए सचिव

Posted By: Inextlive