पिछली रात एक कैदी को पीटने से भड़के गोरखपुर जिला जेल में कैदियों ने शुक्रवार सुबह जमकर बवाल काटा। उन्होंने डिप्टी जेलर को बुरी तरह पीट दिया। जेल में डीएम एसएसपी सहित सभी आला अधिकारी मामला शांत कराने पहुंचे हैं।


गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर जेल में कैदियों के भड़कने के पीछे आरोप लग रहा रहा है कि बीती रात बैरक नंबर एक कैदियों को पीटा गया। आरोप ये भी है कि रात में उनसे पूछताछ की जा रही थी। रात में हुई इस घटना से गुस्से में आए कैदियों ने सुबह डिप्टी जेलर और चार सिपाहियों पर हमला बोल दिया। इस हमले में डिप्टी जेलर प्रभाशंकर पांडेय, सिपाही अजय सिंह सहित चार जेलकर्मी घायल हो गए।कैदियों का गुस्सा काबू से बाहर
गोरखपुर जेल में अपने आरोप को लेकर कैदियों का गुस्सा काबू से बाहर दिखा। यहां तक कि नौ थानों की पुलिस,डीएम,एसएसपी और जिले के तमाम बड़े अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद भी कैदी शांत होने को तैयार नहीं हुए। जेल के अंदर से ईंट-पत्थर भी चलाए गए। पुलिस कैदियों पर नज़र रखने और जेल परिसर के विभिन्न हिस्सों से उन्हें पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरों की भी मदद ले रही है।डिप्टी जेलर को बुरी तरह पीटा


सुबह साढ़े छह बजे बैरक नंबर एक के कैदियों के बीच पहुंचे डिप्टी जेलर प्रभाशंकर पांडेय और चार सिपाहियों को बुरी तरह पीट दिया। जेलकर्मियों ने किसी तरह उन्हें कैदियों के बीच से निकालकर जेल के अस्पताल पहुंचाया। घटना की सूचना पर डीएम, एसएसपी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। उधर, कैदियों ने जेल को अपने कब्जे में ले लिया है। अंदर से पथराव और संघर्ष की सूचनाएं आ रही हैं। डीएम,एसएसपी सहित वरिष्ठ अधिकारी फिलहाल जेल के बाहर स्थित पुलिस चौकी पर रुककर हालात पर नजर रख रहे हैं। जेल के अंदर बवाल और आगजनी की आशंका के मद्देनज़र दमकल गाड़ियां भी भेजी गई हैं। जेल के अंदर से लगातार नारेबाजी की आवाजें आ रही हैं।इसलिए भड़के हैं कैदीजेल सूत्रों के अनुसार बैरक नंबर एक के कैदियों के बीच गुरुवार को पेशी से लौटने किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। आरोप है कि इस सूचना पर रात में जेल में पहुंचे एक पुलिस अधिकारी ने बैरक में बंद कुछ कैदियों को पीट दिया। इसी बात को लेकर कैदियों के बीच गुस्सा फैला। सुबह जब कैदियों को बैरक से निकाला जा रहा था तो डिप्टी जेलर को देख वे भड़क और उन पर हमला बोल दिया।नौ थानों की पुलिस जेल के अंदर

जेल में बवाल के बाद अभी भी स्थिति काबू में नहीं आई है। नौ थानों की पुलिस जेल के अंदर मौजूद है। कैदियों ने जेल के एक हिस्से पर इस तरह कब्जा किया है कि पुलिस उधर जा ही नहीं पा रही है। जेल खुलने पर बंदियों ने अधिकारियों को पीटा। डीएम और एसएसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया गया। कोइल यादव और एक अन्य गुट के बीच मारपीट हुई थी। ड्रोन कैमरों से जेल की तलाशी। बंदियों की गिनती के निर्देश, मुलाकात होगी प्रभावित।gorakhpur@inext.co.in

Posted By: Syed Saim Rauf