- बिजली विभाग ने आठ करोड़ के बकाए में काट दिया गीडा के 85 उद्योगों का कनेक्शन

- बिजली अधिकारियों से कई बार पार्ट पेमेंट की गुजारिश कर चुके हैं बिजनेसमैन

GORAKHPUR: आठ करोड़ के बिजली बकाए को लेकर काफी समय से पार्ट पेमेंट की गुहार लगा रहे गीडा के उद्यमियों का कारोबार बिजली विभाग ने ठप करा दिया है। यहां के बिजनेसमैन काफी समय से बिजली विभाग से पार्ट पेमेंट की गुहार लगा रहे लेकिन विभाग ने उनकी एक ना सुनी और ताबड़तोड़ 85 उद्यमियों का कनेक्शन काट दिया है। जिसके चलते एक महीने से उनका कारोबार पूरी तरह ठप पड़ा है। उद्यमियों का कहना है कि विभाग ने समय से बिल नहीं दिया, पहले मैनुअल सिस्टम था अब ऑनलाइन किया गया तो बिलों को अपलोड नहीं किया जा सका। जिसका खामियाजा अब उद्यमियों को भुगतना पड़ रहा है। बकाए को लेकर कई बार उद्यमियों ने अफसरों से गुजारिश की फिर भी समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जा सका।

आठ करोड़ का बिजली बकाया

गीडी के करीब 85 उद्यमियों पर लगभग आठ करोड़ रुपए का बिजली बकाया है। किसी का एक माह का तो किसी का चार-पांच माह का बकाया है। उद्यमी पहले की व्यवस्था के तहत पार्ट पेमेंट करने की गुजारिश कर रहे थे लेकिन बिजली विभाग ने उनकी एक ना सुनी और एक-एक कर सभी बकाएदारों का कनेक्शन काट दिया। कनेक्शन कटने की वजह से उद्योगों में कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया। इसके चलते जहां बिजनेसमैनों को भारी चपत लगी वहीं मजदूर बेरोजगार हो गए। इतना ही नहीं बिजली विभाग की लापरवाही के चलते उद्यमियों को समय से बिल नहीं मिल पा रहा है। वहीं ऑनलाइन सिस्टम से सभी को जोड़ने की वजह से भी दिक्कत आई है। इसके चलते राजस्व की भी हानि हो रही है। चेंबर ऑफ ट्रेडर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष दाता राम सिंह ने बताया कि उद्यमियों की समस्याओं के समाधान के लिए कमिश्नर और बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग हो चुकी है। जिसमें तीन बिंदुओं पर चर्चा की गई थी। जिसमें गीडा के उद्यमियों का बिजली बिल जमा न हो पाने के कारण कनेक्शन काटे जाने का मुद्दा भी उठा। जिसमें कुछ उद्यमियों के बिल गलत भी थे। उद्यमी पार्ट पेमेंट करना चाहते थे लेकिन बिजली विभाग तैयार नहीं है। वहीं बिजली विभाग अपना राग अलाप रहा है। अफसरों का कहना है कि पार्ट पेमेंट पर बिजली विभाग ने रोक लगा दी है। केवल स्पेशल केस में ही चीफ इंजीनियर पार्ट पेमेंट की कार्यवाही कर सकते हैं।

वर्जन

बिजली विभाग द्वारा पार्ट पेमेंट पर रोक लगा दी गई है जिसकी वजह से मामले का निस्तारण नहीं किया जा सकता है। जहां तक बिल गलत है तो एसडीओ द्वारा बैठक कर उसे ठीक कराया जाएगा।

सोम दत्त शर्मा, एक्सईएन ग्रामीण विद्युत वितरण खंड द्वितीय

पहले बिजली बिल बकाए का पार्ट पेमेंट कराया जाता रहा है जिससे आसानी से बिजनेसमैन बिल जमा कर देते थे। लेकिन अब विभाग का कहना है कि इस पर रोक लगा दी गई है। इसे लेकर अफसरों से भी गुजारिश की गई लेकिन बिजली विभाग ने कनेक्शन काट दिया है। इसकी वजह से पिछले एक माह से उद्योग चौपट हो चुका है।

दाता राम सिंह, अध्यक्ष, चेंबर ऑफ ट्रेडर्स एंड इंडस्ट्रीज, गीडा

बॉक्स

आज होगी मीटिंग

बिजली विभाग अब गीडा के बिजनेसमैनों की समस्याओं को सुनने के लिए गीडा में शुक्रवार का परिचर्चा करेगा। इस मौके पर बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर, एसई ग्रामीण, एक्सईएन ग्रामीण के अलावा अन्य अफसर मौजूद रहेंगे। इस मौके पर बिजनेसमैनों की समस्याओं का समाधान करने पर विचार किया जाएगा।

गीडा में हैं ये फैक्ट्रियां

लोहा बनाने, प्लास्टिक का डब्बा, राइस मिल, ऑयल मिल, हेचरी आदि की फैक्ट्रियां हैं जहां बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता है।

Posted By: Inextlive