-प्रयागराज और वाराणसी अभी भी टारगेट से काफी पीछे

-पावर कारपोरेशन के एमडी की सख्ती के बाद गोरखपुर के चारों डिवीजन ने काम किया तेज

लॉकडाउन के कारण लोगों को कनेक्शन देने में पिछड़ रहे गोरखपुर बिजली विभाग ने अनलॉक-1 में छूट मिलते ही अपने टारगेट को पूरा कर लिया है। पावर कारपोरेशन के एमडी के निर्देश पर बिजली निगम ने अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाया है। झटपट और निवेश मित्र के तहत दिए जाने वाले कनेक्शनों के मामले में बड़े शहर प्रयागराज और वाराणसी को पीछे छोड़ते हुए गोरखपुर पहले पैदान पर काबिज हो गया है।

यूपी पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड यूपीपीसीएल के चेयरमैन ने जोन के अफसरों के साथ मीटिंग कर कामर्शियल व घरेलू कनेक्शन की पेंडिंग मामलों को लेकर नाराजगी जताई थी। साथ ही झटपट योजना की समीक्षा कर इसे कम करने के लिए अफसरों को निर्देश दिए थे। 20 किलोवाट के कनेक्शन इसी योजना के तहत मुहैया कराए जा रहे हैं। अफसरों ने बताया था कि 16 मामले अभी पेंडिंग हैं। इसे पूरा करने के लिए एसडीओ और जेई को निर्देश दिए गए हैं। हालांकि लॉकडाउन के दौरान निवेश मित्र का कोई मामला सामने नहीं आया था। चेयरमैन के निर्देश के बाद जून माह में सभी डिवीजन के बिजली अफसरों ने कनेक्शन बांटने का काम तेज कर दिया। बिजली निगम से मिले रिकार्ड के मुताबिक गोरखपुर इस टारगेट को पूरा कर नंबर वन पर आ गया है। वहीं प्रयागराज 26 और वाराणसी में 33 मामले अभी भी लंबित हैं।

जिला पेंडिंग कनेक्शन

गोरखपुर 05

आजमगढ़ 06

मिर्जापुर 09

प्रयागराज 26

वाराणसी 33

नोट यह आंकड़ा सिर्फ शहर का है।

वर्जन

चेयरमैन के निर्देश पर झटपट योजना के तहत दिए जाने वाले कनेक्शनों को बांटने में तेजी लाई गई हैं। लॉकडाउन के समय 16 मामले लंबित थे। इससे पूरा करने के लिए एसडीओ और जेई को आदेश दिया गया था। जिसका टारगेट पूरा हो चुका है। अभी पांच मामले बचे हैं यह भी जल्द से जल्द पूरा कर लिए जाएंगे।

ई। यूसी वर्मा, एसई सिटी

Posted By: Inextlive