GORAKHPUR: सिटी के करीब 15 हजार बिजली कनेक्शनों पर लगे बिजली मीटर में शंट लगाकर बिजली चोरी हो रही है। इससे बिजली विभाग को हर महीने लाखों रुपए की चपत लग रही है। बिजली विभाग ने ऐसे कंज्यूमर्स को जुर्माने से राहत देने की योजना बनाई है। इसके तहत कंज्यूमर्स को बिजली मीटर में शंट लगवाने का गुनाह कबूल करना होगा। विभाग एक साल की बजाए तीन महीने का राजस्व निर्धारण करेगा। अगर जांच के दौरान मीटर में शंट लगाने की पुष्टि हुई तो सालभर का दोगुने रेट से जुर्माना देना पड़ेगा। नगरीय वितरण मंडल अगले हफ्ते से अभियान चलाकर मीटरों की जांच करेगा।

खुद देंगे जानकारी तो मिलेगी राहत

महानगरीय विद्युत विरतण मंडल के अधीक्षण अभियंता ई। यूसी वर्मा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में बीते दिनों हुई जांच में बड़ी संख्या में टेम्पर्ड बिजली मीटर मिले। संबंधित कंज्यूमर्स पर जुर्माना भी लगा। विद्युत आचार संहिता में यह प्रावधान है कि कंज्यूमर यदि खुद टेम्पर्ड बिजली मीटर की घोषणा करते हैं तो उनपर लगने वाला जुर्माना व राजस्व निर्धारण की कार्रवाई में रियायत दी जाए। इस प्रावधान को शहरी क्षेत्र में लागू किया गया है। मीटर में शंट लगाकर बिजली चोरी होने से विभाग को हर महीने लाखों रुपए की चपत लग रही है। कंज्यूमर्स को सुधार का एक मौका देते हुए प्रावधान को लागू किया गया है। टेम्पर्ड बिजली मीटर वाले कंज्यूमर्स को इस सुविधा का लाभ उठाना चाहिए अन्यथा जांच में पकड़े जाने पर लाखों रुपए जुर्माना देना ही पड़ेगा।

वर्जन

टेम्पर्ड बिजली मीटर की घोषणा कर उपभोक्ता जुर्माने की कार्रवाई से बच सकते हैं। उपभोक्ता एक घोषणा पत्र देकर अपना गुनाह कबूल करें। निगम उनके खिलाफ नरमी बरतते हुए महज तीन महीने का ही राजस्व निर्धारण होगा। परीक्षण खंड मीटर भी बदल देगा। उपभोक्ता के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज नहीं होगी।

ई। देवेन्द्र सिंह, मुख्य अभियंता

Posted By: Inextlive