GORAKHPUR: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही दो मंडलों के एक लाख 70 हजार मासूमों के लिए खतरे का सबब बनी हुई है। इन मासूमों को पोलियो से बचाने के नाम पर पिलाई गई दवा ही उनके लिए बवाले जान बन गई है। पोलियो की पी-टू वायरस वाली संक्रमित वैक्सीन से मासूमों को दो बूंद जिन्दगी की पिलाई गई। बस्ती मंडल के करीब सवा लाख मासूमों को यह खुराक पिलाई गई है।

सूबे में छह जगहों पर स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्रीय ड्रग स्टोर बनाए हैं। गोरखपुर के अपर निदेशक स्वास्थ्य कार्यालय में एक क्षेत्रीय ड्रग स्टोर है। यहां से गोरखपुर और बस्ती मंडल में वैक्सीन व दूसरी दवाओं का वितरण होता है। मई में ड्रग स्टोर में 41 हजार वायल पोलियो वैक्सीन के पहुंचे। इनमें से 8500 वायल संक्रमित बैच बी-100218 के रहे। यह वैक्सीन गाजियाबाद की बायोमेड कंपनी से बनी है।

सबसे ज्यादा बस्ती में खपी है वैक्सीन

एडी हेल्थ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 6000 वायल बस्ती मंडल में भेजी गई। इसके अलावा 2000 वायल गोरखपुर और 500 वायल कुशीनगर में भेजी गई। शासन से अलर्ट जारी होने के बाद इनमें सिर्फ 123 वायल ही वापस हुई। शेष सभी वैक्सीन बच्चों को पिला दी गइर्।

वर्जन

शासन से पत्र मिलने के बाद सभी जिलों के सीएमओ और एडी हेल्थ बस्ती को फौरन सूचित किया गया। कुशीनगर में सभी वैक्सीन खप गई। बस्ती मंडल से सिर्फ 74 वैक्सीन मिली। गोरखपुर जिले से 49 वैक्सीन मिली।

डॉ। पुष्कर आनंद, एडी हेल्थ

Posted By: Inextlive