GORAKHPUR: GORAKHPUR: लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया था। अपने रूम में रहकर किसी तरह से खाने-पीने का बदोबस्त किया जा रहा था। डेली काम से आकर खाने-पीने का प्रबंध करते थे। लॉकडाउन बढ़ने से भोजन का संकट भी बढ़ता गया। इसलिए हम लोगों ने पैदल ही घर जाने का फैसला किया हैं। रास्ते में कोई गाड़ी वाला मिल गया तो उसने थोड़ी दूर छोड़ दिया। सोलह दिन हो गए साहब चलते-चलते, रास्ते में न कहीं भर पेट भोजन मिला और न ही चैन-सुकून। यहां पहुंचे तो देखा कि कुछ लोग पंगत में बैठकर खाना खा रहे हैं। हम लोगों ने पूछा तो बाबू लोगों ने कहा कि हर किसी को खाना खिलाकर ही जाने दिया जा रहा है। दाल-चावल देखकर आंखों से आंसू आ गए। क्म् दिनों से हम लोगों ने भोजन नहीं किया था। किसी तरह से बिस्कुट वगैर खाकर पानी पीते हुए आए हैं। यह कहना है बंगलूरू से लौटकर बिहार जा रहे संजय कुमार का जो करीब क्म् दिन में गोरखपुर के फोरलेन स्थित जगदीशपुर-कोनी मोड़ पर सोमवार की सुबह पैदल चलकर पहुंचे। उनके साथ आठ अन्य लोग भी थे जिन्हें बिहार जाना था। कोनी मोड़ पर भोजन का प्रबंध देखकर उनके कदम ठिठक गए थे। संजय ने कहा कि आज भरपेट भोजन मिला है। दो दिन तक काम चल जाएगा। तब तक हम लोग अपने गांव-घर पहुंच जाएंगे।

राहगीरों की मुसीबत देख, युवाओं ने बढ़ाया मदद का हाथ

मुंबई, दिल्ली, बंगलूरू, राजस्थान, हरियाणा सहित देश के विभिन्न हिस्सों में काम करने वाले कुशीनगर, महराजगंज, देवरिया, बिहार, बंगाल के कामगार पैदल ही घर लौट रहे हैं। कुशीनगर-गोरखपुर फोरलेन पर डेली हजारों की तादाद में पैदल ही लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। जगदीशपुर- कोनी मोड़ पर पुलिस ने अपना चेकपोस्ट बैरियर बनाया है। चेक पोस्ट पर पहुंचकर कामगार रूक जा रहे थे। वहां मौजूद पुलिस कर्मचारियों से खाने-पीने का इंतजाम करने को कहने लगते थे। पुलिस उनके लिए बिस्कुट और पानी का प्रबंध कर देती थी। लेकिन भूख से बिलबिलाते लोगों को देखकर चौकी प्रभारी जय प्रकाश ने आसपास के लोगों से भोजन का प्रबंध करने को कहा। राहगीरों की मुसीबत को देखकर जगदीशपुर काली मंदिर पूजा समिति, लक्ष्मीपूजा समिति सहित अन्य समितियों के करीब भ्0 युवकों ने भोजन का प्रबंध करना शुरू कर दिया। सुबह से लेकर देर रात तक चलने वाले भंडारे से जरूरतमंदों को उत्साही युवक भोजन करा रहे हैं।

नहाने-धोने का इंतजाम, साबुन- तौलिया कर रहे मुहैया

जगदीशपुर- कोनी मोड़ पर पूड़ी-सब्जी, दाल-चावल, छोला- चावल सहित अन्य तरह के भोजन कराने के अलावा राहगीरों के नहाने-धोने का प्रबंध भी किया गया है। पुलिस की मदद से युवकों ने महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की है। भोजन कराने के बाद सभी को किसी न किसी व्हीकल से भेजने का प्रबंध पुलिस कर रही है। इससे कोनी मोड़ पर दिनभर कामगारों की भीड़ लगी रहती है।

लोग पैदल ही अपने घर जा रहे थे। पुलिस के सहयोग से उनके लिए भोजन का प्रबंध किया गया है। हम लोगों ने भोजन बनाकर वितरण शुरू कराया। पब्लिक की मदद से इसे संचालित किया जा रहा है।

राम प्रकाश मद्धेशिया, ग्रामीण

हाइवे से पैदलकर चलकर आने वाले लोगों के नहाने-धोने और उनके खाने-पीने का इंतजाम युवकों ने किया है। उनके इस काम में सहयोग किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी की मदद की जा रही है।

जय प्रकाश, चौकी प्रभारी, जगदीशपुर

Posted By: Inextlive