पहले टेंडर, फिर नियम
- नगर निगम की कार्यकारिणी ने 10 लाख के टेंडर मैनुअल कराने के लिए दी स्वीकृति
- कार्यकारिणी में प्रपोजल पास होने से पहले ही निगम में चिपकाई लिस्ट - करीब 36 काम के लिए टेंडर की लास्ट डेट करीब GORAKHPUR: गोरखपुर म्यूनिसिपल कार्पोरेशन में नियम ताख पर रखकर काम किए जा रहे हैं। रूल्स बाद में बन रहे हैं, जबकि उसके काम पहले ही शुरू कर दिए जा रहे हैं। हाल ही में ताजा मामला नगर निगम में निकले मैनुअल टेंडर्स का है, जिसके कार्यकारिणी में पास होने से पहले ही जिम्मेदारों ने निविदा आमंत्रित कर ली। वेंडर्स भी इसे लेने के लिए दौड़ लगाने लगे, जबकि इसे अप्रूवल नगर निगम कार्यकारिणी की मीटिंग में 7 मार्च को हुआ है, लेकिन इसके लिए टेंडर पहले ही फ्लोट किए जा चुके हैं। जिम्मेदार कर रहे हैं किनारानिगम के जिम्मेदारों ने बगैर सोचे-समझे या जाने-अनजाने में 10 लाख रुपए के नीचे की निविदा को मैनुअल कराने के लिए कार्यकारिणी में प्रस्ताव रख दिया। वहीं अब जिम्मेदार यह कहकर किनारा कर रहे हैं कि 10 लाख से नीचे के टेंडर को मैनुअल टेंडरिंग कराने का सिलसिला दो साल पहले ही शुरू हो चुका है। अब सवाल यह उठता है कि अगर यह पहले शुरू हो चुका है, तो निगम ने इसको कार्यकारिणी की 11वीं बैठक में रखने की क्या जरूरत पड़ गई है। अगर जानबूझ कर यह किया गया है, तो क्या अब तक मैनुअल टेंडर को लेकर कोई नियम नहीं बनाए गए थे या अगर बनाए गए थे, तो उन्हें फॉलो नहीं किया जा रहा था। मामला जो भी हो, निगम के जिम्मेदार अब इससे बचते नजर आ रहे हैं।
तीन दर्जन वर्क्स के लिए टेंडर निगम ने अलग-अलग वार्ड में काम कराने के लिए करीब 108 टेंडर फ्लोट किए हैं। इसमें से तीन दर्जन टेंडर ऐसे हैं, जिनके लिए जीएमसी को 10 लाख रुपए से कम पैसे खर्च करने हैं। ऐसे टेंडर्स के लिए मैनुअल टेंडर फ्लोट किया गया है। इन में 20 वार्ड्स में मोस्टली नाली, सड़क और खड़ंजा निर्माण कराना है। इसमें ज्यादातर टेंडर डी आई ई कैटेगरी के हैं। इन तीन दर्जन वर्क्स के लिए मिनिमम वर्क ऑर्डर दो लाख का है, जबकि सबसे बड़ा काम 8 लाख 89 हजार देकर कराया जाना है। इन वार्ड्स में होना है काम 1, 3, 10, 17, 18, 20, 30, 35, 37, 41, 51, 52, 53, 55, 62, 63, 65, 66, 69, 70 वर्जननिगम में पहले से 10 लाख से नीचे के टेंडर मैनुअल किए जा रहे हैं। 20 वार्ड्स के लिए करीब तीन दर्जन मैनुअल टेंडर निकाले गए हैं।
- सुरेश चंद, चीफ इंजीनियर, जीएमसी