- सफाई से जुड़ी शिकायतें स्वच्छ महुआ एप से निपटाएगा नगर निगम

- पब्लिक की भेजी फोटो पर तुरंत होगी सफाई, अधिकारियों और सुपरवाइजर हुए ट्रेंड

GORAKHPUR: सिटी में सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के लिए नगर निगम अब टेक्नोलॉजी का सहारा लेने जा रहा है। स्मार्ट सिटी की कवायद के तहत स्वच्छ महुआ एप डेवलप किया गया है। जिसके जरिए सिटी के 70 वार्डो की सफाई से जुड़ी कंप्लेंस का निस्तारण किया जाएगा। एप डाउनलोड करने के बाद कोई भी व्यक्ति किसी भी एरिया की समस्या से जुड़ी फोटो मोबाइल के जरिए भेज सकेगा। नगर निगम प्रशासन ने एप का ट्रायल शुरू कर दिया है।

शुरू हो गया ट्रायल

बता दें, सिटी के 70 वार्डो में तकरीबन तीन हजार से अधिक सफाई कर्मी काम कर रहे हैं। शहर को स्वच्छ रखने के लिए चार जोन में बांटा गया है। हर जोन में 35-40 अतिरिक्त सफाई कर्मी तैनात हैं। एप की मॉनीटरिंग के लिए नगर निगम अधिकारी और सुपरवाइजरों की ट्रेनिंग कराई जा चुकी है। सिटी में 10 परसेंट एप डालनलोड होना है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सिटी की आबादी लगभग साढ़े छह लाख है। नगर निगम की कुल अबादी का 10 परसेंट स्वच्छता एप डाउनलोड होना चाहिए। इसलिए नगर निगम के अफसरों और सुपरवाइजर्स की ट्रेनिंग कराई जा चुकी है। ट्रायल के रूप में उन्होंने काम करना शुरू कर दिया है।

ऐसे काम करेगा एप

लगभग सात एमबी के इस एप को डाउनलोड करें। एप डाउनलोड होने के बाद मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। आपसे व्हाट्सएप या एसएमएस सुविधा के साथ ही भाषा का ऑप्शन मांगा जाएगा। ऑप्शन देने के बाद छह डिजिट का ओटीपी कोड आएगा। इसे भरने के बाद एप काम शुरू कर देगा। वर्क प्लेस के सीमित दायरे में सफाई सुपरवाइजर को मोबाइल लेकर जाना होगा और समस्याओं का समाधान करना होगा। इतना ही नहीं उसकी फोटो भी अपलोड करनी होगी।

एक लाख डाउनलोड का टारगेट

नगर निगम अधिकारियों को सिटी में एक लाख लोगों के मोबाइल फोन में स्वच्छ महुआ एप डाउनलोड कराने का टारगेट मिला है। भारत सरकार के स्वच्छता अभियान से पब्लिक को जोड़ने के लिए ये एप बनाया गया है। एप पर पब्लिक अपनी कंप्लेन बताएगी। एप के जरिए से यह कंप्लेन संबंधित अफसर के पास जाएगी। अफसर सफाई कर्मियों को भेजकर इसका समाधान कराएंगे।

ऐसे करें कंप्लेन

पहले कंप्लेन के ऑप्शन पर जाना होगा। जो समस्या है उसकी फोटो खीचें। यदि पहले की खींची गई फोटो है तो गैलरी से भी ले सकते हैं। इसके बाद श्रेणी का चुनाव करें। जीपीएस प्रणाली से आपकी लोकेशन खुद ब खुद आ जाएगी। आप लैंडमार्क का जिक्र कर दें। कंप्लेन वापस लेना चाहते हैं तो डिलीट का भी ऑप्शन है।

इसकी की जा सकती है कंप्लेन

टॉयलेट की सफाई, खुले मैनहोल या नाला, सीवरेज या पानी ओवरफ्लो, सड़क पर जलभराव, गंदा अपशिष्ट, मलबा या निर्माण सामग्री, खुली जगह में कचरा जलाना, सार्वजनिक जगह में शौच, मृत जानवर, कूड़ेदान का साफ न होना, कचरे का ढेर, कूड़ा वाहन न आना, झाड़ू न लगना, टॉयलेट में बिजली न होना, टॉयलेट में पानी न होना।

नगर निगम में सफाई कर्मी - 3000

चार जोन में अतिरिक्त सफाई कर्मी - 35-40

सिटी में वार्ड - 70

वर्जन

एप का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। यह स्वच्छता एप जीपीएस आधारित है। पब्लिक अपने मोबाइल पर एप डाउनलोड कर कंप्लेन कर सकती है। फोटो डालें, तत्काल कंप्लेन संबंधित अफसर के पास पहुंच जाएगी जिसका तत्काल समाधान किया जाएगा।

- डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive