- कानपुर की घटना से लिया सबक, रात के बजाय दिन में ही आठ- आठ घंटे की होगी ड्यूटी

- खूंखार अपराधियों के ठिकाने पर छापे के लिए गोरखपुर पुलिस तैयार कर रहे हैं एक विशेष कमांडों दस्ता

- ट्रेंड कर्मचारियों की टीम जाएगी दबिश देने, पहले से तैयार होगा प्लान

GORAKHPUR:

कानपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर पुलिस पर हुए हमले से गोरखपुर पुलिस ने सबक लिया है। हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी के लिए जहां एसपी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं एसपी की अगुवाई में स्पेशल दस्ता हिस्ट्रीशीटर के घरों पर कार्रवाई करेगा। ट्रेंड कमांडों की टीम को बैकअप देने के लिए थानों के पुलिस कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। हिस्ट्रीशीटर के क्रिमिनल रिकार्ड और उनके गैंग चार्ट की स्टडी करने के बाद ही पुलिस मूव करेगी। एसएसपी ने कहा कि हमले को देखते हुए कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी। हर जगह पुलिस की टीम अलर्ट मोड में ही अपना काम करेगी।

एटीएस की तर्ज पर कमांडों दस्ता

कानपुर में गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर पहुंची पुलिस ने बदमाशों ने फायर झोंक दिया था। बदमाशों के हमले में डीएसपी सहित आठ लोग मौके पर शहीद हो गए। कई अन्य पुलिस कर्मचारी शातिरों के हमले में घायल हुए। इस दौरान सामने आया कि आरोपित विकास दुबे के पास आधुनिक असलहे थे। उसके घर में छिपे 10 से अधिक लोगों ने पुलिस पर हमले किए। इसका का तनिक भी अंदाजा पहले से पुलिस को नहीं था। इसलिए बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। इस घटना से सबक लेते हुए गोरखपुर सहित अन्य जिलों में एटीएस की तर्ज पर कमांडों दस्ता बनाने के लिए आवेदन मांगे गए हैं। डीआईजी राजेश मोदक ने रेंज के एसएसपी-एसपी को पत्र भेजकर इस पर अमल करने के निर्देश दिए हैं। डीआईजी के निर्देश पर गोरखपुर पुलिस ने स्पेशल दस्ता बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।

इस तरह से किया जाएगा गठन

-हर जिले में 10-10 तेज तर्रार पुलिस कर्मचारियों का चयन किया जाएगा।

-सेलेक्टेड पुलिस कर्मचारियों को एटीएस की टीम से हर माह ट्रेनिंग कराई जाएगी।

-कुख्यात बदमाशों, हिस्ट्रीशीटर के घर दबिश और कार्रवाई में स्पेशल दस्ता को भेजा जाएगा।

- स्पेशल दस्ता के साथ जिले के एसओजी और थानों की पुलिस बैकअप के लिए मौजूद रहेगी।

- टीम के सदस्य आम लोगों को गोलीबारी के नुकसान बचाने के लिए सक्षम होंगे।

- बदमाशों की घेराबंदी कर उनसे ट्रेंड तरीके से मुकाबला करते हुए अरेस्ट करेंगे।

- स्पेशल कमांडो दस्ता एटीएस की तरह से ही कार्रवाई करने में सक्षम बनाया जाएगा।

- सभी के पास आधुनिक असलहे, बचाव के उपकरण और अन्य संसाधन भी मौजूद रहेंगे।

शहर में आपरेशन चक्रवात

शहर के भीतर लुटेरों, बदमाशों और अन्य तरह के अपराधियों को काबू करने के लिए पुलिस का ऑपरेशन चक्रवात चलेगा। रात की अपेक्षा शहर में दिन के समय पुलिस की तादाद ज्यादा होगी। अनलॉक टू लागू होने से रात में नौ बजे से सुबह सात बजे तक पब्लिक का मूवमेंट बेहद कम है। लेकिन दिन में लोगों की ज्यादा भीड़ हो रही है। हाल के दिनों में हुई घटनाओं की समीक्षा में सामने आया है कि रात से ज्यादा जरूरत दिन में पुलिस की पड़ रही है। इसलिए एसपी सिटी की अगुवाई में आपरेशन चक्रव्यूह भी लगातार चलाया जाएगा। इसके लिए जांच के 56 प्वाइंट्स तय किए गए हैं जिनके आधार पर पुलिस अपनी कार्रवाई को अंजाम देगी। इस योजना में पुलिस की पिकेट रात से ज्यादा दिन में प्रभावी होगी। आठ-आठ घंटे के रोस्टर में पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। भीड़ वाली जगहों पर पुलिस पिकेट और पेट्रोलिंग बढ़ाया जाएगा। इसको को लेकर भी प्लान तैयार हो चुका है।

इन बिंदुओं पर आपरेशन चक्रवात

शहर में किन-किन जगहों पर दिन में ज्यादा भीड़ होती है।

दिन में किन स्थानों पर लूटपाट, छिनैती की ज्यादा वारदातें होती हैं।

पुलिस की मौजूदगी किस मार्केट में कब, कितनी आवश्यक है।

कहां-कहां पर पुलिस पिकेट है, किन जगहों पर पुलिस नहीं पहुंच पा रही।

प्रमुख चौराहे, सड़कें, चिह्नित गलियों सहित अन्य जगहों पर पुलिस का मूवमेंट रहेगा।

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हिस्ट्रीशीटरों के घर पहुंचने लगी पुलिस

शुक्रवार रात पुलिस ने हिस्ट्रीशीटरों का दरवाजा नॉक किया। रात में जारी अपडेटेड लिस्ट के साथ थानों की पुलिस हिस्ट्रीशीटरों की तलाश में पहुंचीं। खोराबार के हिस्ट्रीशीटर नंगा निषाद के घर भी दबिश दी गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपडेटेड लिस्ट में 1431 हिस्ट्रीशीटर शामिल हैं। इनमें कई ऐसे हैं जो न्यूट्ल हो चुके हैं। या फिर उन्होंने क्राइम छोड़ दिया है। उम्र अधिक होने की वजह से वह सक्रिय नहीं हैं। इसलिए पुलिस उन पर ज्यादा जोर दे रही है जिनके खिलाफ हाल-फिलहाल में मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस की प्रायरिटी में गुलरिहा एरिया के झुंगिया का राकेश यादव और झंगहा एरिया निवासी एक लाख रुपए का इनामी राघवेंद्र यादव शामिल हैं।

कानपुर की घटना को देखते हुए नए सिरे से तैयारी की जा रही है। पुलिस टीम को मजबूत बनाने के लिए स्पेशल कमांडों दस्ता भी तैयार किया जाएगा। जिले भर में जितने हिस्ट्रीशीटर है उनकी समीक्षा की जा रही है। सभी एसपी एसएस की लिस्ट दी गई है। ताकि वह मानीटरिंग करते हुए एसएचओ-एसओ को निर्देशित कर सकें।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive