-पीपीगंज के चेयरमैन से ओएसडी के नाम पर मांगी गई थी रंगदारी

-चेयरमैन की शिकायत पर पुलिस ने किया गिरफ्तार, बाइक, फोन व फर्जी आधार बरामद

- गोरखनाथ मंदिर का खास जानकर मामले का खुलासा तक नहीं कर सकी पुलिस

GORAKHPUR: पीपीगंज के चेयरमैन गंगा प्रसाद जायसवाल से सीएम योगी आदित्यनाथ के ओएसडी के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने उसके पास से एक बाइक, फर्जी आधारकार्ड और मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

हालांकि पकड़ा गया आरोपी गोरखनाथ मंदिर का करीबी बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर सीएम के साथ उसकी फोटो भी वायरल हो रही है। ऐसे में ओएसडी के नाम पर रंगदारी मांगे जाने के नाम पर पुलिस ने आनन-फानन में कार्रवाई तो कर दी, लेकिन इस मामले का खुलासा करने से पीछे हट गई। मंगलवार को जैसे ही पुलिस ने उसे मीडिया के सामने पेश किया, वैसे ही कुछ सफेदपोशों का फोन आने लगा। इसके बाद पुलिस तत्काल उसे लेकर पुलिस लाइंस से लौट गई और खुलासा करने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया।

चेयरमैन से मांगी थ्ाी रंगदारी

पीपीगंज के नगर पंचायत अध्यक्ष गंगा प्रसाद जायसवाल ने सीएम योगी आदित्यनाथ के ओएसडी के नाम पर रंगदारी मांगने के मामले में सोमवार को पीपीगंज थाने में केस दर्ज कराया था। चेयरमैन ने तहरीर में आरोप लगाया था कि 21 और 23 दिसंबर को मोबाइल नंबर 7839893188 से फोन आया कि मैं बोल रहा हूं। आप मिठाई खाने के लिए रुपया भेज दें। लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष गंगा प्रसाद जायसवाल ने कहा कि मिठाई मिलकर खिलाऊंगा। इसके बाद फोन करने वाले ने 23 दिसंबर को फिर फोन कर बैंक का खाता संख्या 31724603949 बताया और पैसा भेजने का दबाव बनाने लगा। इसके बाद गंगा प्रसाद जायसवाल ने गोरखनाथ मंदिर से जुड़े कुछ लोगों से संपर्क कर जब मामले की पड़ताल की तो मामला पूरी तरह गलत निकला।

पकड़े गए आरोपी की पहचान खजनी एरिया के विक्की उर्फ विक्रांत मद्देशिया के रूप में हुई। पुलिस का कहना है कि पकड़ा गया युवक इससे पहले ही इस तरह के फोन कर कई सफेदपोशों से रुपए एंठ चुका है। वहीं इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस के अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बचती रही।

Posted By: Inextlive