-स्कूल प्रबंधक और बिजनेसमैन को मिली धमकी का अभी तक सुराग नहीं, सकते में लोग

GORAKHPUR: शहर में कुख्यात चंदन सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोपितों को 48 घंटे के भीतर अरेस्ट कर पुलिस पीठ थपथपा रही है। लेकिन इससे पहले हुई घटनाओं को लेकर मौनव्रत पर है। अब तक न कॉल रिकार्ड निकल पाया है और न गिरफ्तारी। सर्विलांस के जरिए धमकी देने वालों की कॉल डिटेल जुटाने में पुलिस ने हफ्ता बिता दिया। बड़हलगंज एरिया में एक स्कूल प्रबंधक को पांच लाख रुपए की धमकी देने के मामले में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। जबकि, चौरीचौरा के शातिर मिथुन ने कई बिजनेसमैन को रुपए के लिए धमकी दी थी। 15 दिन बाद भी इस मामले में किसी ने पुलिस को तहरीर नहीं दी।

केस एक

15 दिन से अभी तक केस का इंतजार

चौरीचौरा एरिया के रहने वाले मिथुन पासवान की पुलिस सरगर्मी से तलाश रही है। गैंगेस्टर के मुकदमे में फरार मिथुन एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और थाना पुलिस के टारगेट पर है। जमानत पर छूटने के बाद मिथुन ने कई लोगों से रंगदारी मांगी। इसकी शिकायत मिलने पर पुलिस हरकत में आई। लेकिन किसी मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई। पुलिस का कहना है कि मिथुन ने कई लोगों को धमकी देकर रंगदारी मांगी थी। लेकिन तहरीर न मिलने की वजह से मुकदमा नहीं लिखा जा सका। हालांकि रंगदारी मांगने के मामले सामने आने के बाद ही पुलिस को उसके जेल से छूटने की जानकारी हो सकी।

केस दो

धमकी वाले कॉल की डिटेल नहीं जुटा सके विवेचक

एक नवंबर 2019: स्कूल प्रबंधक से रंगदारी मांगने के मामले में कार्रवाई नहीं हो सकी। पुलिस मान रही है कि किसी ने पुरानी रंजिश में स्कूल प्रबंधक को धमकाया है। लेकिन धमकी वाले मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल जुटाने में हफ्तों गुजर गए। मामले की विवेचना कर रहे दरोगा को मोबाइल की कॉल डिटेल तक नहीं मिल सकी है। इस वजह से आरोपित की तलाश करने में पुलिस नाकाम है। जब तक कॉल डिटेल नहीं मिलेगी तब तक कार्रवाई नहीं हो सकेगी।

चंदन का नाम आसान, भुना रहे नए बदमाश

चिलुआताल एरिया के कुशहरा निवासी चंदन सिंह के नाम पर रंगदारी मांगना बेहद ही आसान हो गया है। गौतमबुद्ध नगर की जेल में बंद चंदन के नाम कोई भी धौंस जताने लगता है। डी-नाइन गैंग के सरगना के रूप में रजिस्टर्ड चंदन सिंह ने वर्ष 2014 में रंगदारी मांगकर डॉक्टर, कोचिंग संचालक सहित अन्य बिजनेसमैन में दहशत भर दी थी। उसके टेरर की वजह से लोग आसानी से रुपए दे देते थे। इसलिए उभरने वाले सभी बदमाश चंदन के नाम का सहारा लेने लगे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार वर्ष 2017 और 2018 में चंदन सिंह के नाम पर दो डॉक्टर्स से रुपए मांगे गए। रंगदारी मांगने वाले जब पकड़े गए तो पता लगा कि उसका कोई लेना देना नहीं था।

48 घंटे में पकड़ लिए गए चार बदमाश

सहजनवां, टिकरिया निवासी पूर्व प्रधान वीरेंद्र मिश्र से 12 नवंबर को मोबाइल फोन पर रंगदारी मांगी गई थी। उनको फोन करने वालों ने चंदन सिंह के नाम पर 10 लाख रुपए देने को कहा। रुपए न मिलने पर मर्डर की धमकी दी। सूचना पर पुलिस ने अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया। क्राइम ब्रांच की मदद से शनिवार को सहजनवां पुलिस ने टिकरिया के उपेंद्र निषाद उर्फ राहुल, दुर्गेश निषाद, गीडा के खरैला के रहने वाले मंदीप सिंह और खजनी के नएपुरवा निवासी अनिल प्रजापति को अरेस्ट किया। करीब 48 घंटे के भीतर पुलिस टीम ने उनको पकड़कर रंगदारी का पर्दाफाश कर दिया लेकिन अन्य मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।

वर्जन

जेल से छूटने के बाद मिथुन ने कुछ लोगों से रंगदारी मांगी थी। लेकिन इस संबंध में किसी ने कोई तहरीर नहीं दी। उसके खिलाफ दर्ज गैंगेस्टर के मुकदमे में तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे अरेस्ट कर लिया जाएगा।

राजू सिंह, एसएचओ, चौरीचौरा

स्कूल प्रबंधक को मिली धमकी के मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर अभियुक्तों की तलाश की जाएगी। इसके लिए पुलिस टीम लगा दी गई हैं। जल्द ही मामले का पर्दाफाश हो जाएगा।

- रामाज्ञा सिंह, एसएचओ बड़हलगंज

Posted By: Inextlive