- एक-एक लाख के ईनामी मिथुन और धीरू पासवान अरेस्ट

- गुलरिहा के फत्तेपुर में किराए के कमरे में बनाया था ठिकाना

GORAKHPUR: चौरीचौरा एरिया में पुलिस पर हमले के आरोपित मामा-भांजा मुठभेड़ के दौरान गुलरिहा एरिया के नारायणपुर में पकड़े गए। शनिवार सुबह करीब नौ बजे बदमाशों के मेडिकल कॉलेज की तरफ जाने की सूचना पर क्राइम ब्रांच, गुलरिहा और शाहपुर पुलिस की टीम ने घेराबंदी की। बनगाई जंगल पार करके बालापार रोड की तरफ फरार होने के चक्कर में बदमाशों ने पुलिस पर गोली दाग दी। जवाबी कार्रवाई में घायल बदमाशों को पुलिस ने दबोच लिया। सीओ प्रवीण सिंह की अगुवाई में चले ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच में तैनात दो कांस्टेबल भी घायल हो गए। बदमाशों से पूछताछ करके पुलिस उनको शरण देने वालों की जानकारी जुटा रही है। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि बदमाशों के खिलाफ ईनाम बढ़ाकर एक-एक लाख रुपए कर दिया गया था। फरारी के दौरान दोनों की मदद करने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। बदमाशों के पास से दरोगा की सरकारी पिस्टल भी बरामद हुई है।

पांच दिन पहले किराए पर लिया था कमरा
14 अक्टूबर को चौरीचौरा के रौतेनिया सरदार में पुलिस पर हमले में फरार मिथुन और उसके मामा धीरू के खिलाफ एक-एक लाख रुपए का ईनाम था। करीब सवा महीने से फरार चल रहे मामा-भांजे ने पांच दिन पूर्व गुलरिहा एरिया के फत्तेपुर में किराए पर कमरा लिया था। चार दिन पूर्व दोनों एक महिला और करीब दो साल की बच्ची संग किराए के कमरे में रहने पहुंचे। एक हफ्ते तक ठिकाना बनाने के लिए दोनों ने कमरा लिया था। इसकी भनक कहीं से पुलिस को लग गई। तभी से पुलिस उनकी रेकी कर रही थी। शनिवार सुबह क्राइम ब्रांच के सीओ प्रवीण सिंह को दोनों के मूवमेंट की जानकारी मिली। मुखबिर ने बताया कि काली बाइक पर सवार होकर मिथुन और धीरू गुलरिहा की तरफ से मेडिकल कॉलेज जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज रोड पर गुलरिहा के एसएचओ गिरजेश तिवारी ने बदमाशों का पीछा किया। सामने से शाहपुर पुलिस को देखकर फायरिंग करते हुए बदमाश बनगाई जंगल की तरफ भाग निकले। नारायणपुर के पास पहुंचकर पुलिस ने उनको घेर लिया। दोनों ओर से चली गोली में मिथुन और उसके मामा धीरू को गोली लगी। जबकि क्राइम ब्रांच में तैनात कांस्टेबल शशिकांत राय और मोहसिन खान घायल हो गए।

दरोगा की पिस्टल से चलाई गोली
तलाशी लेने पर मिथुन के पास से नाइन एमएम की पिस्टल, 32 बोर की एक पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद हुई। जांच में पता लगा कि नाइन एमएम की पिस्टल चौरीचौरा में तैनात दरोगा की है। 14 अक्टूबर की रात पुलिस पर हमले के दौरान पिस्टल लूटी गई थी। जांच में सामने आया कि बदमाशों ने पुलिस की पिस्टल से पुलिस पर हमला किया। घायल बदमाशों और पुलिस कर्मचारियों को लेकर सीओ मेडिकल कॉलेज पहुंचे। मुठभेड़ की सूचना पर पुलिस अधिकारी भी पहुंच गए। पूछताछ में सामने आया कि फरारी के दौरान दोनों कई रिश्तेदारों के घर छिपे। बरगदवां के शांति नगर में किराए पर कमरा लेकर सात दिनों तक छिपे रहे। गुलरिहा के फत्तेपुर में किराए पर कमरा लेकर किसी बड़ी लूट की योजना गढ़ने की कोशिश में थे। पुलिस का कहना है कि नकदी जुटने पर दोनों परिवार संग नेपाल भागने की तैयारी में थे। गुलरिहा में दीवान के बेटे के ग्राहक सेवा केंद्र में हुई लूटपाट में दोनों के शामिल होने की आशंका में पुलिस छानबीन में जुटी है। दोनों के खिलाफ पुलिस पर हमले, लूटपाट, जानलेवा हमला करने सहित दर्जन भर से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। शातिरों की गिरफ्तारी पर पुलिस ने राहत की सांस ली है।

पुलिस पर हमले के आरोपित मिथुन पासवान और धीरू पासवान को मुठभेड़ में अरेस्ट किया गया। दोनों के खिलाफ एक-एक लाख रुपए का ईनाम था। बदमाशों के पास से चौरीचौरा में लूटी गई दरोगा की सरकारी पिस्टल भी बरामद हुई है। उसने पूछताछ करके मददगारों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। शरण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

- शलभ माथुर, एसएसपी

Posted By: Inextlive