गोरखपुर में कितने शूटर
-लखनऊ में मर्डर के बाद पुलिस कर रही थी छानबीन
-अंडरवर्ल्ड से गहरा नाता, फिर खंगाली जाएगी लिस्ट द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:लखनऊ में गोरखपुर निवासी रणजीत बच्चन मर्डर की तफ्तीश में जुटी पुलिस ने शहर में क्रिमिन्लस के रिकार्ड भी खंगाले थे। गुरुवार को मर्डर में शामिल अभियुक्तों को अरेस्ट कर लखनऊ पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश कर दिया। लेकिन रणजीत को गोली मारने वाले शूटर की तलाश जारी है। रविवार को हजरतगंज में हुई घटना के बाद से पुलिस की एक टीम गोरखपुर पुलिस के टच में थी। इस दौरान यह सवाल पूछा जा रहा था कि गोरखपुर में कितने शूटर हैं। मर्डर कांड के बाद से गोरखपुर में भी शूटर्स की पड़ताल शुरू हो गई है। अंडरवर्ल्ड से सीधे कनेक्शन रखने वाले शहर के बदमाशों की फाइलें फिर से खंगाली जा रही हैं। सीओ क्राइम ने बताया कि पूर्व में सक्रिय रहे शातिरों को जेल भेजा जा चुका है। अब नए सिरे से उभरते हुए बदमाशों की तलाश की जा रही है।
गोरखपुर का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन, पकड़े जाते शूटरशहर में सक्रिय माफिया और अपराधी नए-नए युवकों की तलाश करते रहते हैं। एक टीम से जुड़े बदमाशों को पुलिस जेल भेजती तो दूसरे गुट के नए क्रिमिनल निकल आते हैं। ऐसे में पुलिस जब सख्ती करती है तो शहर छोड़कर बदमाश मुंबई, दिल्ली सहित अन्य जगहों पर चले जाते हैं। पूर्व में गोरखपुर के शूटर्स का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन मिल चुका है। जिला पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम कई बार अंडरवर्ल्ड से जुड़े क्रिमिन्लस को पकड़ चुकी है।
मुन्ना बजरंगी का था दबदबा गोरखपुर एसटीएफ की टीम मुन्ना बजरंगी गैंग से जुड़े कई बदमाशों को शहर में अरेस्ट कर चुकी है। 30-30 हजार के दो शूटर को पकड़कर पुलिस ने जेल भेजा था। दो साल पूर्व हुई कार्रवाई में पुलिस के हाथ लगे शूटर धनबाद जेल में बंद अमन सिंह के इशारे पर काम करते थे। गोरखपुर शहर में उनका ठिकाना होने की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की। करीब 10 से अधिक शूटर्स को अरेस्ट किया गया। 09 दिसंबर 2018 को 10-10 लाख रुपए की रंगदारी मांगने वाले कुख्यात भी दबोच गए थे। अंडरवर्ल्ड से जुड़ाव, खंगाली जा रही फाइलेंरणजीत मर्डर के बाद जब पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता लगा कि ज्यादातर शूटर जेल भेजे जा चुके हैं। लेकिन कुछ नए भी पनप गए हैं जो रुपए लेकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। गोरखपुर के रहने वाले ये बदमाश दूसरी जगहों पर घटनाएं कर रहे हैं। इसलिए उन पर शिकंजा कसना बेहद जरूरी है। पूर्व में गोरखपुर के बदमाशों का अंडरवर्ल्ड का कनेक्शन मिल चुका है। इनमें से कुछ शहर में रहकर प्रापर्टी के कारोबार से जुड़ गए। बाद में सख्ती होने पर शहर छोड़ने में भलाई समझी।
इन गैंगस्टर के लिए कर चुके काम दाउद इब्राहिम हेमंत पुजारी राजा शेट्टी उर्फ राजा बोनांजा विक्की गोस्वामी उर्फ मुन्ना बजरंगी अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन में आया था इनका नाम - विजय निषाद उर्फ सन्नी, कैली सहजनवा का कनेक्शन राजा शेट्टी उर्फ राजा बोनांजा से था। एनई रेलवे के कर्मचारी का बेटा नीरज श्रीवास्तव भी तस्कर से शार्प शूटर बन गया था। - गुलरिहा एरिया के जंगल एकला नंबर दो के शेख शहाबुद्दीन उर्फ शहाबू, उसका चचेरा भाई सिराज - गोरखनाथ एरिया के चक्सा हुसैन के तौकीर अहमद उर्फ झीने उर्फ राजू - चिलुआताल एरिया के जंगल एकला के भुआल - बेलीपार के भौवापार के रंजीत निषाद उर्फ पप्पू - चिलुआताल एरिया के डोहरिया निवासी विनय उर्फ बंटी सिंह शहर के माफिया भी पालते थे शूटरपुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि शूटर वह होता है जो सुपारी लेकर काम करता है। शहर के माफिया के पास भी शूटर्स की अच्छी तादाद रही है। इनमें कुछ शौकियां अपराधी बने तो कुछ ने शरण पाने के लिए बाहुबलियों की मदद ली। इनका इस्तेमाल कर माफिया और हिस्ट्रीशीटर अपना काम निकालते रहे। इसके बदले में शूटर को प्रोटेक्शन मिलता था। जेल जाने पर जमानत कराने से लेकर परिवार का खर्च चलाने तक में सहयोग देकर शूटर को पाला जाता था। कुख्यात सनी सिंह के कहने पर गोली चलाकर दशहत फैलाने वाले शूटर विपिन सिंह उर्फ शेरू सिंह को पुलिस ने अरेस्ट ने जेल भेजा था। सन्नी उर्फ मृगेंद्र सिंह सहित कई अन्य पर भी शिकंजा कसा। गोरखपुर के चर्चित लाल बहादुर मर्डर में इनका नाम आया था। शहर के कई ऐसे माफिया रजिस्टर्ड हैं जिन पर शूटर पालने का आरोप लग चुका है।
इनको पुलिस ने किया रजिस्टर्ड चंदन सिंह प्रदीप सिंह सुधीर सिंह अजीत शाही विनोद उपाध्याय गोरखपुर में रजिस्टर्ड गैंग- 86 गैंग में शामिल बदमाशों की तादाद- 387 जमानत पर रिहा बदमाश- 240 गैंग संख्या मेंबर माफिया 24 138लुटेरा 20 95
वाहन चोर 08 29 नकबजनी 03 15 डकैती 01 11 आबकारी 11 35 पासपोर्ट 01 03 भू-माफिया 09 16 खनन माफिया 01 01 ठेकेदार माफिया 03 21 जिले में सक्रिय रहे बदमाशों को जेल भेजा जा चुका है। उनसे जुड़े नए बदमाशों की छानबीन की जा रही है। यहां पर पूर्व में कुछ शूटर चिह्नित किए गए थे। उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर चुकी है। हाल के दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आ सका है। रणजीत बच्चन मर्डर कांड के बाद शहर में छानबीन की गई है। किस गैंग से कौन नया जुड़ा है। इसकी पड़ताल कराई जा रही है। प्रवीण सिंह, सीओ क्राइम ब्रांच