- गुजरते गए साल दर साल, नहीं मिले बदमाश

- चेहरा तक याद नहीं, धुंधली पड़ रही वांटेड की तस्वीर

GORAKHPUR: जिले में इनामी बदमाशों की तलाश में पुलिस काफी पीछे है। तीन दशक से फरार चल रहे शातिरों की खोजबीन कागजों में हो रही है। उन पर ईनाम बढ़ाकर पुलिस अपनी जिम्मेदारी निभा रही। जिले में पुरस्कार घोषित बदमाशों पर कार्रवाई महज 40 फीसदी पूरी हो सकी है। जोन के 11 जिलों में गोरखपुर पुलिस नौंवे नंबर पर है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम लगी है। थानों की पुलिस के साथ-साथ क्राइम ब्रांच को भी इसका टास्क सौंपा गया है। हालांकि सरकारी आंकड़ों में सात साल तक किसी के लापता होने पर उसे डेड घोषित कर दिया जाता है। लेकिन मर्डर, लूट, डकैती सहित अन्य पेशेवर अपराधों में फरार चल रहे बदमाशों को मृत घोषित कराकर थानेदार कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। गोरखपुर में वर्तमान में 24 फरार बदमाशों की तलाश जारी है।

चेहरा पड़ रहा धुंधला, भूलती जा रही पुलिस

रिकॉर्ड में फरार चल रहे बदमाशों की पुरानी तस्वीरें पुलिस के पास हैं। धीरे-धीरे पुलिस इन बदमाशों को भूलती जा रही है। हालत यह है कि पुलिस की आंखों में इनका चेहरा धूमिल पड़ने लगा है। पुराने पुलिस कर्मचारियों के तबादले, नए पुलिस कर्मचारियों का पब्लिक नेटवर्क न होना, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर पूरी निर्भरता होने से पुराने बदमाशों का सुराग नहीं लग पा रहा।

सबसे बड़ा इनामी राघवेंद्र

झंगहा एरिया के सुगहा निवासी राघवेंद्र के खिलाफ एक लाख रुपए का इनाम घोषित है। उस पर चार लोगों की दिनदहाड़े हत्या का आरोप है। गोरखपुर जोन का वह सबसे बड़ा इनामी है। उसका तलाश में जिला पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ काम कर रही है। लेकिन पुलिस के भारीभरकम नेटवर्क को धता बताकर राघवेंद्र लापता है। वर्ष 2016 में उसने अपने मोहल्ले के चाचा-भतीजे का मर्डर किया था। पुलिस उसे पकड़ पाती इसके पहले उसने वर्ष 2018 में उसी परिवार के बाप-बेटे पर गोलियां बरसा कर जान ले ली।

साल दर साल गुजरे, नहीं पूरी हुई तलाश

वांटेड पुलिस स्टेशन एफआईआर इनाम फरारी

अनिरुद्ध पांडेय कैम्पियरगंज 1991 25000 29 वर्ष

मो। आलम उर्फ गुड्डू तिवारीपुर 2009 50000 11 वर्ष

आफताब आलम मुन्ना तिवारीपुर 2005 25000 15 वर्ष

भोला सिंह कैंट 2002 12000 18 वर्ष

गिरजा यादव शाहपुर 2000 25000 20 वर्ष

जयंत सरकार शाहपुर 2008 25000 12 वर्ष

इन्द्रीश अंसारी शाहपुर 2007 25000 13 वर्ष

जीवन शर्मा बेलीपार 2008 50000 12 वर्ष

प्रदीप उर्फ राकेश चिलुआताल 2007 10000 13 वर्ष

अजीज उर्फ एजाज कैंट 2007 25000 13 वर्ष

अभोरिक चौरीचौरा 2007 25000 13 वर्ष

नोट - बदमाशों को मर्डर, लूट सहित अन्य गंभीर अपराधों में फरार घोषित किया गया है। जयंत सरकार खून चुसवा गिरोह का मेंबर रहा है।

रिकॉर्ड में इनकी भी तलाश

विकास महतो, परवलिया, नेतुरिया, पुरीलिया, बिहार

राजू अंसारी उर्फ आफताब, बगहा, रसूलपुर, सीतामढ़ी, बिहार

रोहित सिंह, बख्तियारपुर, हकीकतपुर, पटना, बिहार

अमित शर्मा उर्फ सुमित, भटनीपार, बड़हलगंज

शैलेंद्र प्रताप सिंह, बहादुरपुर, बेलघाट, गोरखपुर

अखिलेश, पकड़ी दुबे, गगहा, गोरखपुर

राजदेव, सोहगौरा, गगहा, गोरखपुर

नरसिंह, पाल्हीपार, गगहा, गोरखपुर

हरीकृष्णा, औरहिना, बेलाकोमर, पनियरा, महराजगंज

सिकंदर, माधोपुर, सिकरीगंज, गोरखपुर

परविंद, टउवाखुर्द, सहजनवां, गोरखपुर

अशोक चौरसिया, रामजानकी नगर, बशारतपुर, गोरखपुर

भोला गुप्ता, हरसेवकपुर नंबर दो, गुलरिहा

क्यों नहीं हो पाती तलाश

- पब्लिक के बीच पुलिस का मुखबिर नेटवर्क ध्वस्त हो चुका है।

- नए थानेदार, दरोगा और बीट कांस्टेबल पुराना रिकॉर्ड नहीं खंगालते हैं।

- फरार बदमाशों के रिश्तेदार, परिचितों से कोई जानकारी नहीं ली जाती है।

- बदमाशों के हुलिया बदलकर छिपे होने से सटीक जानकारी नहीं मिल पाती।

- कई बदमाश भागकर नेपाल में शरण लेकर वहीं बस गए हैं।

जोन में कुल इनाम घोषित - 176

गिरफ्तार किए गए बदमाश - 100

फरार चल रहे कुल बदमाश - 46

अदालत में हाजिर हुए - 08

फरार बदमाशों की मौत - 02

मृत घोषित करने में रिस्क

आमतौर पर प्रशासन की ओर से सात साल से अधिक समय से लापता को मृत मान लिया जाता है। लेकिन फरार चल रहे बदमाशों को मृत घोषित करने में बड़ा रिस्क है। मर्डर, लूट, छिनैती, डकैती सहित अन्य वारदातों में फरार बदमाशों को मृत घोषित करने में थानेदार डरते हैं कि कहीं वे वापस लौटकर फिर से वारदात न करने लगें।

वर्जन

फरार चल रहे बदमाशों पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। उनकी गिरफ्तारी के निर्देश जारी किए गए हैं। अपराध समीक्षा की बैठक में इन सभी बिंदुओं पर चर्चा होती है। कार्रवाई क्यों नहीं हो सकी, इस संबंध में जिलों के एसएसपी, एसपी से सवाल तलब किया जाता है। हाल के दिनों में फरार चल रहे दो शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

दावा शेरपा, एडीजी जोन

Posted By: Inextlive