- टेक्नोलॉजी के यूज में पुलिस से आगे निकल गए शातिर

- व्हाट्सअप के आगे बेबस सर्विलांस, नहीं लगा पा रहे सुराग

GORAKHPUR: शहर में एक तरफ जहां पुलिस को हाईटेक बनाने की कोशिश चल रही है। वहीं बदमाशों ने अपना तौर-तरीका बदलना शुरू कर दिया है। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की बारीकियां समझ चुके शातिरों ने पुलिस से बचने का तरीका खोज निकाला है। गोरखनाथ एरिया में गैस कटर से एटीएम काटकर चोरों ने सात लाख 45 हजार रुपए चुरा लिए थे। इस घटना की पड़ताल में जुटी एसटीएफ, क्राइम ब्रांच सहित कुल पांच टीमें खाली हाथ हैं। 31 अगस्त की रात हुई वारदात में सामने आया है कि टेक्नोलॉजी का यूज करके बदमाशों ने पुलिस और बैंक अधिकारियों को चकरघिन्नी कर दिया है। हरियाणा का मेवात गैंग एटीएम चोरी के लिए हाई टेक्नोलॉजी यूज करता है।

व्हाट्सअप वाला सिम घर पर, वारदात के लिए दूसरा मोबाइल

एटीएम से चोरी के मामले की जांच पड़ताल में पता लगा है कि शहर के बदमाशों ने व्हाट्सअप का यूज शुरू कर दिया है। व्हाट्सअप पर बदमाश अपनी बातें रख रहे हैं। पुलिस को चकमा देने के लिए बदमाश व्हाट्सअप का नंबर दूसरे सिमकार्ड और मोबाइल पर यूज करते हैं। जबकि उनका व्हाट्सअप वाला सिमकार्ड घर पर रहता है। इससे पुलिस बदमाशों की लोकेशन ट्रैक करने में नाकाम हो रही है। एटीएम से चोरी के मामले में पुलिस ने 26 हजार से अधिक गाडि़यों, करीब 40 हजार मोबाइल नंबर्स को ट्रेस करने की कोशिश की। लेकिन उस समय पर कोई संदिग्ध नहीं मिल सका। माना जा रहा है कि एटीएम चोरों ने मोबाइल यूज नहीं किया है।

15 मिनट में एटीएम काटता मेवात गैंग

गैस कटर से एटीएम काटकर चोरी करने वाला गैंग गूगल मैप के सहारे काम करता है। हाइवे के एटीएम को चिन्हित करके शातिर करीब 15 मिनट में एटीएम काटकर फरार हो जाते हैं। 15 जनवरी 2019 की रात पटना के जक्कनपुर, कदमकुंआ, आलमगंज और सुल्तानगंज में चार एटीएम को काटकर शातिरों ने 28 लाख रुपए चुरा लिए। इन घटनाओं का पर्दाफाश करने में जुटी पुलिस ने हरियाणा के मेवात गैंग से जुड़े तीन बदमाशों को अरेस्ट किया था। उनके साथ कुरैशी गैंग के बदमाश भी काम करते थे। एटीएम काटने में एक्सपर्ट मेवात गैंग के मेंबर्स देश के कई शहरों में वारदात को अंजाम दे चुके थे। इसके पूर्व बिहार में 11 माह के भीतर 15 एटीएम काटकर बदमाशों ने करीब सवा करोड़ रुपए की चपत लगाई थी। इस गैंग के आठ सदस्यों को वर्ष 2018 में कानपुर में पकड़ा गया था। गैंग में दो महिलाओं सहित कई बदमाश शामिल हैं। यह गिरोह बंगलुरु, पुणे और लातूर में हाइवे के एटीएम काटकर चोरी कर चुका था। इनका कनेक्शन यूपी, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र से मिल चुका है।

हाईटेक गैंग ऐसे करता है एटीएम से चोरी

26 मार्च 2018 को कानपुर में पकड़े गए गैंग सदस्यों ने पुलिस को बताया था कि हर वारदात के लिए शातिरों के तीन गैंग काम करते हैं। गूगल मैप पर हाइवे किनारे बने एटीएम की लोकेशन देखकर बिना गार्ड वाले बूथ को सलेक्ट करते हैं। पहला गैंग बूथ में लगे कैमरों को नष्ट करता है। कुछ देर बाद दूसरा गैंग वाहन लेकर पहुंचता है। वह 100 से 200 मीटर की दूरी पर गाड़ी खड़ी करता है। जबकि तीसरा गैंग 10 से 15 मिनट में एटीएम काट लेता है। लेकिन वह सिर्फ ऐसे एटीएम काटता है जिनके साइड पर कंक्रीट नहीं भरी होती है। इनमें एटीएम से कैसेट निकालने के एक्सपर्ट हैं। यह गैंग लग्जरी वाहनों संग ट्रक भी लेकर चलता है। हर 50 किलोमीटर की दूरी पर गैंग के सदस्य नंबर प्लेट बदल देते हैं। बिहार में यूपी और यूपी में हरियाणा की नंबर प्लेट लगाकर बदमाश चलते हैं।

मोबाइल जैमर भी यूज कर रहे बदमाश

दिसंबर 2017 में दिल्ली में चोरी करने वाले गैंग के सरगना सुबोध यादव और विपिन कुमार को पुलिस ने अरेस्ट किया। इस गैंग के बदमाश अपने साथ मोबाइल जैमर लेकर चलते थे। वारदात के दौरान कोई व्यक्ति पुलिस को मैसेज न कर सके। ना ही जांच के दौरान बदमाशों की लोकेशन ट्रेस हो सके। इसके लिए ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट के जरिए 10 हजार में जैमर खरीदा था।

इन घटनाओं की हो रही पड़ताल

27 दिसंबर 2017: गोरखनाथ एरिया में राजेंद्र नगर में चोरों ने एसबीआई का एटीएम तोड़कर चोरी का प्रयास किया। राजेंद्र नगर में मेन रोड पर एटीएम में किसी गार्ड की ड्यूटी नहीं लगती थी।

अक्टूबर 2009: आजाद चौक, रुस्तमपुर में यूनियन बैंक के एटीएम से 11 लाख रुपए की चोरी।

29 दिसंबर 2015: गोरखनाथ एरिया में गैस कटर से एटीएम काटकर चोरी की कोशिश कर रहे तीन छात्र पकड़े गए।

8 नवंबर 2012: टीपी नगर में लगे एटीएम में कैश लोड करने वाली कंपनी के इंजीनियर ने अपने साथियों संग मिलकर 45 लाख की चोरी की।

20 फरवरी 2013: हरिओम नगर में गैस कटर से एटीएम काटकर चोर 12 लाख रुपए नकदी उठा ले गए थे।

Posted By: Inextlive