-जाड़े को लेकर तैयार नहीं हुआ रोडवेज, 3यूज फाग लाइट्स, टूटे पड़े इंडिके‌र्ट्स

GORAKHPUR:

सर्दियों के मौसम में रोडवेज की बसों से सफर करने वालों की जान जो2िाम में है। कोहरे से निपटने का समुचित उपाय न होने से रात की यात्रा में मुश्किलें बढ़ गई है। समय रहते बसों में फाग लाइट के साथ सुरक्षा के अन्य मानक पूरे नहीं किए गए। इसका 2ामियाजा क5ाी 5ाी 5ाुगतना पड़ सकता है। गोर2ापुर रीजन के आरएम ने बताया कि स5ाी डिपो को पहले ही निर्देश जारी किया जा चुका है। यदि कहीं से ऐसी बात सामने आई तो फॉग लाइट्स लगवाई जाएगी।

नवंबर में पूरी होनी चाहिए थी तैयारी

गोर2ापुर रेलवे बस डिपो से सोनौली, दिल्ली, ल2ानऊ सहित कई शहरों की बसों की सेवाएं मुहैया कराई जाती है। फोरलेन बनने के बाद से गोर2ापुर से होकर ल2ानऊ रूट की बसों की र3तार बढ़ गई है। जाड़े में इस रूट पर कोहरे की वजह से हादसों की गुंजाइश बढ़ जाती है। जाड़े के करीब आने के पहले रोडवेज की बसों को कोहरे में चलने के लिए पूरी तरह से तैयार करा दिया जाता है। नवंबर में रोडवेज के सीनियर ऑफिसर्स ने बसों में फाग लाइट्स लगाने का निर्देश दिया था। लेकिन मुसीबत सिर पर 2ाड़ी होने के बावजूद ड्राइवर और कंड1टर्स ने फाग लाइट्स को लेकर गं5ाीर नहीं हुए। सोमवार को बस अड्डे पर एक दर्जन से अधिक ऐसी बसें नजर आई जिनमें कोहरे से निपटने का कोई इंतजाम नहीं था।

रिफले1टर और इंडीकेटसर् 5ाी लापता

बसों की हालत दे2ाकर रोडवेज के अधिकारियों की हकीकत सामने आ गई। कोहरे में आसपास से गुजरने वाली रोडवेज की बसों का अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल है। बसों की तेज आवाज से 5ाले उनके पास आने की 5ानक लग जाएगा। लेकिन इंडीकेटर्स और रिफेले1टर्स के अ5ाव में आसानी से बसें कोहरे में नजर नहीं आती हैं। सरकारी बसों के रिफले1टर्स नहीं लगे हैं। इंडीकेटर्स टूटने से बसों के ब्रेक लेने, मोड़ पर टर्न इंडीकेटर जलाने की जानकारी पीछे चल रहे वाहन चालकों को नहीं मिल पाती है।

टालते रहे ड्राइवर और कंड1टर्स

रोडवेज बसों की हकीकत दे2ाने के लिए दैनिक जागरण- आई ने1स्ट रिपोर्टर सोमवार को बस अड्डे पर पहुंचा। कैमरा दे2ाते ही ड्राइवर और कंड1टर्स दूर जाने लगे। बसों में फॉग लाइट्स, रेडियम पट्टियों और इंडीकेटर्स के संबंध में किसी 5ाी सवाल का जवाब देने से बचते रहे। एक बस के ड्राइवर ने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों से पूछिए। जब बसें वर्कशॉप में जाती हैं तो उनकी मर6मत के दौरान इन बातों पर ध्यान 1यों नहीं दिया जाता है।

गोर2ापुर में रीजन में बस डिपो- 08

गोर2ापुर में रोडवेज बस स्टेशन - 02

गोर2ापुर से रीजन मे कुल बसें- 845

गोर2ापुर डिपो में रोडवेज की बसें- 102

1या होनी चािहए तैयारी

- जाड़े के मौसम के पहले हर बस में फॉग लाइट्स लगाई जानी चाहिए।

- वाहनों में आगे-पीछे दोनों ओर रिफेले1टर रेडियम स्टीकर चिपकाना चाहिए।

- बसों, अन्य वाहनों में इंडीकेटर्स की पूरी तरह से दुरुस्त हालत में होने चाहिए।

1या है हाल

- गोर2ापुर से चलने वाली ज्यादातर बसों में फाग लाइटस नहीं लगी हैं।

- कुछ बसों में फाग लाइट्स सिर्फ जुगाड़ के सहारे लगाई है।

- बसों में रेडियम के स्टीकर लगाने में लापरवाही बरती गई है।

- इंडीकेटर्स के महत्व को नजरअंदाज किया जा रहा है।

1या होता फायदा

- फॉग लाइट लगे होने पर बसों को र3तार में चलाने में मदद मिलती है।

- सड़कों पर टर्न इंडीकेटर्स से अगल-बगल से गुजरने वालों को अंदाजा लगता है।

- रेडियम स्टीकर्स के रात में चमकने से दूर से वाहनों के बारे में जानकारी मिल जाती है।

- बसों में अचानक ब्रेक लेने पर बैक लाइट्स जलने, मोड़ पर इंडिके‌र्ट्स से दिशा की जानकारी मिलती है।

वर्जन

रोडवेज की स5ाी बसों में फॉग लाइट्स लगाने के निर्देश दिए गए थे। इसकी जांच कराकर फॉग लाइट्स लगवाई जाएगी। जिन बसों में हेड लाइट्स और बैक लाइट्स टूटी होगी। उनकी मर6मत कराई जाएगी। ताकि कोहरे में बसों के संचालन पर कोई असर न पड़े।

सुग्रीव राय, रीजनल मैनेजर, गोर2ापुर

Posted By: Inextlive