-सिटी के स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज पर ऑर्गनाइज हुआ आईआईटी

- ऑनलाइन और काउंटर्स के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले स्टूडेंट्स हुए शामिल

GORAKHPUR: स्टूडेंट्स के अंदर किस लेवल का टैलेंट है। वह किस फील्ड में बेहतर परफॉर्म कर सकते हैं और किस फील्ड में उन्हें अभी और मेहनत करने की जरूरत है। इसे परखने के लिए रविवार को सिटी के सैकड़ों स्टूडेंट्स दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज एग्जाम में शामिल हुए। पेरेंट्स के साथ पहुंचे स्टूडेंट्स ने काफी अटैंटिव होकर एग्जाम दिया। स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज सूरजकुंड में ऑर्गनाइज यह टेस्ट दोपहर 12 बजे से दो बजे तक हुआ।

ओपन सेंटर्स पर लिमिटेड स्टूडेंट्स

रविवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से ओपन सेंटर्स पर टेस्ट कंडक्ट किया गया। इसमें सिर्फ वही बच्चे शामिल हुए, जिन्होंने या तो इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन मोड में रजिस्ट्रेशन कराया था। यहां वह भी स्टूडेंट्स शामिल थे, जिन्होंने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से शहर में बनाए गए काउंटर्स के थ्रू फॉर्म लेकर रजिस्ट्रेशन कराया था। वहीं जिन स्टूडेंट्स ने स्कूल के जरिए रजिस्ट्रेशन कराया है, वह चार मई को अपने स्कूल में ही टेस्ट में शाि1मल होंगे।

दो मोड में ऑर्गनाइज हुआ एग्जाम

इस टेस्ट में स्टूडेंट्स की सहूलियत का खास ध्यान रखा गया था। इसमें जो स्टूडेंट्स सीबीएसई, सीआईएसई या इंग्लिश मीडियम से आए थे, उनके लिए टेस्ट पेपर इंग्लिश में थे। वहीं यूपी बोर्ड के साथ ही जिन स्टूडेंट्स को हिंदी मीडियम में एग्जाम देना था, उनको हिंदी में ही डिजाइन किए गए पेपर दिए गए।

पेरेंट्स में भी था जबरदस्त उत्साह

अपने अंदर छिपी इंटेलिजेंस को जानने के लिए बच्चे जितना एक्साइटेड थे, उससे कहीं ज्यादा उनके पेरेंट्स। यह नाजारा देखने को मिला सिटी के ओपन सेंटर्स पर, जहां उमड़े स्टूडेंट्स के सैलाब के साथ बड़ी तादाद में पेरेंट्स भी ओपन सेंटर्स पहुंचे। अपने बच्चों के फ्यूचर का ख्याल रखने वाले इन पेरेंट्स को न तो धूप की शिद्दत ही रोक सकी और न ही हवाओं संग लगने वाले लू के थपेड़े। पेरेंट्स एग्जामिनेशन सेंटर्स पर टेस्ट की शुरुआत से लेकर आखिरी तक टेस्ट सेंटर पर ही डटे रहे।

तो यह होगा फायदा

टेस्ट देने पर स्टूडेंट्स को क्या फायदा मिलेगा, ऐसे सवाल अक्सर पेरेंट्स और टीचर्स पूछ ही लेते हैं। आईआईटी में शामिल हुए स्टूडेंट्स को इसमें शामिल होने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वह अपने एरिया ऑफ इंटरेस्ट को पहचान सकेंगे। उन्हें कौन सा करियर चुनना चाहिए, वह किस फील्ड में सक्सेजफुल हो सकेंगे, उन्हें इसकी इंफॉर्मेशन मिलेगी। क्वेश्चन पेपर में पूछे गए सवाल स्पेशल इन्हीं प्वाइंट्स को लेकर डिजाइन किए गए थे, जिससे स्टूडेंट्स की इंटेलिजेंस पता चल सके। वहीं, एकेडमिक स्टडीज में वीक स्टूडेंट्स आईआईटी से अपने रियल इंटरेस्ट को भी पहचान सकेंगे।

कोट्स

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज हुआ आईआईटी काफी हेल्पफुल है। मुझे जितने सवाल आते थे, मैंने उन्हें अटेंप्ट किया। बाकी छोड़ दिया है। अब रिजल्ट का इंतजार है।

इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट बाकी टेस्ट से काफी अलग है। इसमें शामिल होकर काफी अच्छा लगा। अब देखना यह है कि मैं किस फील्ड में बेहतर परफॉर्म कर सकता हूं, इसकी इंफॉर्मेशन हो जाएगी।

आईआईटी कॅरियर सेलेक्शन के लिए खुद को परखने का काफी बेहतर तरीका है। इस बार मैथ्स का पोर्शन थोड़ा टफ था, लेकिन ओवर ऑल पेपर अच्छा हुआ है।

पेपर काफी अच्छा हुआ है। मैंने 91 क्वेश्चंस किए हैं। अब रिजल्ट आने के बाद पता चलेगा कि कितना नंबर आया है। निगेटिव मार्किंग होने की वजह से मैंने सभी सवाल अटेंप्ट नहीं किए।

Posted By: Inextlive