- यूनिवर्सिटी में गूंजेगा, गो कैशलेस, गो डिजिटल

- भीम एप को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी की पहल

- यूनिवर्सिटी भीम एप के जरिए लिया जाएगा कैंटीन और गेस्ट हाउस का पेमेंट

- बाकी सुविधाओं को पहले ही किया जा चुका है ऑनलाइन

GORAKHPUR: समोसा खाना है या फिर चाय की चुस्की लेनी है, इसके लिए अगर जेब में कैश नहीं है तो भी आपको सोचना नहीं पड़ेगा। गोरखपुर यूनिवर्सिटी डिजिटल एरा में डिजिटल ट्रैक पर दौड़ लगाने को तैयार है। कुछ सुविधाएं डिजिटल कर दी गई हैं, तो कुछ सुविधाओं को अब यूनिवर्सिटी डिजिटल करने की तैयारी है। इसके तहत यूनिवर्सिटी में कुछ ऐसी फैसिलिटी जिसका लोग डेली इस्तेमाल करते हैं, उनका पेमेंट अब भीम एप के जरिए लेने की तैयारी है। इसके लिए कवायद भी शुरू हो चुकी है। सब कुछ ठीक रहा तो स्टूडेंट्स को जेब में कैश रखने की जरूरत नहीं होगी और उनका मोबाइल ही उनका बटुआ हो जाएगा।

शुरुआत में तीन सर्विस

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कॉमर्शियली यूज होने वाली तीन सर्विसेज को पहले फेज में भीम के जरिए ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही है। इसमें स्टूडेंट्स की भीड़ जमावड़े वाली कैंटीन को मोस्ट प्रियॉरिटी पर रखा गया है, वहीं फोटोकॉपी कराने के लिए लाइब्रेरी में भी अगर 10 या उससे ज्यादा का पेमेंट करना है, तो स्टूडेंट्स को यह भीम एप के जरिए करना होगा। गेस्ट हाउस का पेमेंट भी डिजिटल मोड में लेने की तैयारी की गई है। इसके लिए बैनर-पोस्टर और फ्लैक्स भी सोमवार तक यूनिवर्सिटी में इंस्टॉल कर दिए जाएंगे, जिसके बाद यह सर्विस भी पहले ऑप्शनल और धीरे-धीरे मेंडेटरी कर दी जाएगी।

अभी होती है परेशानी

यूनिवर्सिटी में अभी पेमेंट के लिए लोगों को काफी मुसीबत होती है। खासतौर पर चेंज के लिए उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ता है, या फिर अपना पैसा छोड़ना पड़ता है। वहीं अगर उनके पास फुटकर नहीं है, तो उनकी फोटोकॉपी भी नहीं हो पाती। ऐसी तमाम प्रॉब्लम से लोगों को निजात दिलाने के लिए वीसी प्रो। वीके सिंह ने यह व्यवस्था करने की तैयारी की है। स्टूडेंट्स ऑनलाइन ही अपना बिल अदा कर देंगे और उन्हें फुटकर के झंझट में फंसकर कहीं भटकना नहीं पड़ेगा और उनका काम भी पेंडिंग नहीं होगा।

भीम एप का इस्तेमाल कैसे करें -

- पहले प्लेस्टोर से भीम ऐप को डाउनलोड कर इंस्टॉल करें

- इसके बाद इसे ओपन कर लैंग्वेज सेलेक्शन करें।

- मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन के लिए बैंक अकाउंट से लिंक मोबाइल नंबर डालें और नेक्स्ट फेज में जाएं।

- अब 4 डिजिट का पासकोड बनाए, जो ऐप ओपन करते वक्त काम आएगा।

- अपना बैंक सेलेक्ट करने के बाद यूपीआई पिन सेलेक्ट करें, जोकि लेन-देन के लिए जरूरी है।

- आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा, जिसके बाद आप अपनी मर्जी का एम-पिन बना सकेंगे।

तीन कॉमर्शियल सर्विसेज को ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है। भीम एप के जरिए इसका पेमेंट लिया जाएगा, जिससे लोगों को पास पैसा न होने का डर नहीं सताएगा और न ही उन्हें चेंज के लिए इधर-उधर भटकना ही पड़ेगा।

- प्रो। अजय कुमार शुक्ल, पीआरओ, गोरखपुर यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive