-रीजनल स्पो‌र्ट्स ग्राउंड में बीसीसीआई के मानक की पिच हो रही है तैयार

-खेल प्रोत्साहन कमेटी के पैसे से बनाई जाएगी स्पेशल पिच

-अब तक शहर वासियों के खेलने के लिए नहीं है कोई जगह

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syedsaim.rauf@inext.co.in

GORAKHPUR: क्रिकेट का जुनून तो सभी यूथ के सिर चढ़कर बोलता है, लेकिन सिर्फ पांच फीसदी ही ऐसे हैं, जो इसे प्रोफेशन के तौर पर एडॉप्ट करते हैं। उसमें भी बेहतर फैसिलिटी और ग्राउंड न होने से अच्छा टैलेंट भी आगे बढ़ते-बढ़ते दम तोड़ देता है। मगर अब ऐसा नहीं होगा। गोरखपुर में खिलाडि़यों को बेहतर फैसिलिटी भी मिलेगी और खेलने के लिए बेहतर ग्राउंड भी, इसके लिए रीजनल स्पो‌र्ट्स ऑफिसर ने पहल की है। अब गोरखपुर में इस लेवल का क्रिकेट ग्राउंड तैयार किया जाएगा, जिससे कि रणजी और बीसीसीआई के दूसरे नेशनल मैचेज भी आसानी से गोरखपुर में हो सकेंगे।

शुरू हुआ लेवलिंग का वर्क

रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में क्रिकेट ग्राउंड की लेवलिंग का वर्क शुरू हो चुका है। जमीन बराबर करने के बाद पिच बनाने का काम शुरू हो जाएगा। स्टेडियम में टर्फ विकेट बनाया जाएगा, जिस पर आजकल रणजी और दूसरे नेशनल मैचेज होते हैं। इसके लिए बाकायदा इस्टीमेट तैयार कर लिया गया है, करीब एक लाख की लागत से पिच तैयार की जाएगी, जिसका पैसा जिले की खेल प्रोत्साहन समिति के फंड से खर्च किया जाएगा। इसके लिए कमेटी के अध्यक्ष डीएम ने भी अपनी सहमति दे दी है।

तीन पिच, सबको नहीं मौका

अब तक गोरखपुर में नेशनल स्टैंडर्ड की सिर्फ तीन पिचेज मौजूद हैं। इसमें एक सेंट एंड्रयूज कॉलेज, एक रेलवे स्टेडियम और तीसरी नवल्स एकेडमी के कुसम्ही ब्रांच में मौजूद है। नवल्स ग्राउंड दूर होने की वजह से वहां लिमिटेड लोग ही प्रैक्टिस के लिए जाते हैं, जबकि रेलवे क्रिकेट ग्राउंड पर सिर्फ रेलवे के खिलाड़ी ही प्रैक्टिस करते हैं। सेंट एंड्रयूज कॉलेज की बात की जाए, तो यहां जीसीए से रजिस्ट्रेशन कराने वाले कैंडिडेट्स को ही मौका मिल पाता है।

खिलाड़ी को भी मिलेगी सुविधा

रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में भी टर्फ पिच बन जाने के बाद गोरखपुराइट्स को बेहतर फैसिलिटी मिलने लगेगी। यहां खिलाडि़यों को नॉमिनल रेट पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद साल भर खेलने का मौका मिलेगा, जिससे उनका खेल दिन ब दिन बेहतर होगा। वहीं, नेशनल लेवल की पिचेज को ध्यान में रखकर बनाई जाने वाली इस पिच से उनका खेल भी नेशनल लेवल का हो सकेगा और नेशनल मैचेज में जो उनकी परफॉर्मेस का ग्राफ बिगड़ जाता है, यह कंडीशन नहीं आने पाएगी।

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स्टेडियम में नहीं है सुविधा

रीजनल स्टेडियम की बात करें तो पिछले आठ साल से स्टेडियम में क्रिकेट की सुविधा नहीं है। यहां क्रिकेट के खिलाड़ी तो हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ नेट या ग्राउंड के कोने में जाकर प्रैक्टिस करनी पड़ती है। इससे उनका हुनर तो निखरता है, लेकिन विकेट पर उनकी बैटिंग सेट नहीं हो पाती है। इसकी वजह से खिलाड़ी नेशनल टूर्नामेंट में जाकर फेल हो जा रहे हैं और कोई कमाल दिखा पा रहे हैं।

वर्जन

रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में भी खिलाडि़यों को बेहतर फैसिलिटी देने के लिए टर्फ विकेट बनवाई जा रही है। खेल प्रोत्साहन समिति के फंड से इसका निर्माण कराया जाएगा। नेक्स्ट सेशन से खिलाडि़यों को स्टेडियम में क्रिकेट की भी सुविधा मिलने लगेगी।

- अरुणेंद्र पांडेय, आरएसओ

Posted By: Inextlive