- रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में 13 अक्टूबर को होगा बाइकॉथन सीजन-11

GORAKHPUR: रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में आयोजित होने वाले फॉरच्यून रिफाइंड सोयाबीन ऑयल प्रेजेंट बाइकॉथन रीलोडेड -सीजन क्क् में शामिल होने के लिए ना सिर्फ यंगस्टर्स ने तैयारियां शुरू कर दी है। बल्कि बच्चे और महिलाओं में भी जबरदस्त क्रेज नजर आ रहा है। यामिनी कल्चरल इंस्टीट्यूट में डांस, सिंगिंग के साथ एरोबिक सीखने वालीं ग‌र्ल्स और महिलाओं में साइक्लिंग को लेकर जबरदस्त उत्साह है। वे ना सिर्फ साइक्लिंग से अपनी सेहत को फिट रखना पसंद करती हैं बल्कि इसके लिए बाकायदा ट्रेनिंग भी ले रही हैं।

वेट लॉस की बेस्ट एक्सरसाइज

चारफाटक रोड स्थित यामिनी कल्चरल इंस्टीट्यूट की चेयरमैन सोनिका सिंह के निर्देशन में म्यूजिक, डांस एंड फिटनेस, ब्यूटी सर्विस की सुविधा प्रोवाइड कराई जाती है। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर यंगस्टर्स और महिलाएं डांस सीखने में इंट्रेस्ट रखती हैं। वहीं ओवर वेट से परेशान महिलाएं जवां दिखने के लिए जुंबा को प्रिफर कर रही है। जुंबा की ट्रेनर सोनिका बताती हैं कि पिछले आठ साल में उन्होंने करीब क्फ् हजार से ऊपर महिलाओं को स्लिम बनाया है। इसके पहले जहां वे एरोबिक के जरिए वुमेंस के वजन को कम करती थी। वहीं आज जुंबा विथ साल्सा, बैली और क्लूबिंया के जरिए वेट लॉस कराती हैं। वे बताती हैं इसके लिए डायट महत्वपूर्ण है। जुंबा के जरिए वुमेंस एक से दो महीने में भ्-म् किलो का वजन कम कर सकती हैं। साथ ही अगर वह साइक्लिंग करती हैं तो उनका वजन और तेजी से कम होता है।

बीमारियां दूर करती है साइक्लिंग

यामिनी कल्चरल इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर गीता सिंह बताती हैं कि म्यूजिक, डांस एंड फिटनेस सीखने के साथ-साथ साइक्लिंग से सेहत चुस्त दुरुस्त रहती है। इसके लिए वे इंस्टीट्यूट में आने वाले सभी को ट्रेंड करती हैं। लोगों को बताती हैं कि साइक्लिंग से हमारी बॉडी जहां पूरी तरह से वॉर्मअप हो जाती है, वहीं ब्लड सर्कुलेशन भी पूरी तरह से अपना वर्क करता है। अगर हम डेली 8-क्0 किमी साइक्लिंग करते हैं तो इसका हमें बहुत फायदा मिलता है। साइक्लिंग से ब्लड प्रेशर, जोड़ों के दर्द और सांस से संबंधित बीमारियां नहीं होंगी।

Posted By: Inextlive