- जाफरा बाजार स्थित सब्जपोश हाउस में है मौजूद

- कदम-ए-रसूल व गौसे पाक की मजार का पत्थर भी मौजूद

- ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अज्हा पर होती है जियारत

GORAKHPUR: गोरखपुर शहर अपने अंदर काफी पुराना इतिहास समेटे हुए है। चाहे वह मुगल काल की बड़ी जामा मस्जिद हो या फिर मुगलिया फौज के रुकने का ठिकाना 'बसंतपुर सराय' हो। वहीं आजादी के परवानों के साथ महान साहित्यकारों की भी कई यादें मौजूद हैं। बरसों पुराना इतिहास समेटे गोरखपुर में इतिहास की एक और खास चीज मौजूद है। इसमें मिस्त्र का बना 176 साल पुराना खाना-ए-काबा का गलाफ है, जो जाफरा बाजार स्थित सब्जपोश हाउस में मौजूद है। इसके साथ ही पत्थरों पर बने मोहम्मद साहब के पैरों के निशान (कदम रसूल) और गौस-ए-पाक की मजार से लाया पत्थर भी मौजूद है। इन्हें जियारत के लिए ईल-उल-फित्र और ईद-उल-अजहा में जाफरा बाजार मस्जिद में नमाज के बाद रखा जाता है।

1840 में आया गोरखपुर

सब्जपोश खानदान के सैयद दानिश अली सब्जपोश ने बताया कि इन पवित्र वस्तुओं को सन 1840 में मीर अब्दुल्लाह पवित्र हज के सफर के दौरान वापसी में लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि मीर अब्दुल्लाह की अगुवाई में घोड़ों से हज पर जाने के लिए एक काफिला तैयार हुआ। जब ये इराक स्थित बगदाद पहुंचे तो उस दौरान वहां गौसे पाक की मजार रेनोवेट की जा रही थी। उन्होंने मजार से निकले पत्थर को मजार के खादिम से तबरुख के तौर पर मांग लिया।

हदिया देकर लिया गलाफ

इसके बाद हज करने वह अरब पहुंचे। वहां खाना-ए-काबा का गिलाफ बदला जा रहा था। उन्होंने गिलाफ के एवज में हदिया दिया और उसका एक बड़ा टुकड़ा ले लिया। उस दौरान हदिया देकर खास लोगों को काबा शरीफ का गिलाफ देने की परंपरा थी। मीर अब्दुल्लाह भी रूउसों में शुमार थे। उन्हें भी यह दस्तयाब किया गया। वहीं अरब से ही उन्हें कदमें रसूल भी मिला, जिसे लेकर वह गोरखपुर आ गए और तब से यह सब्जपोश खानदान की देखरेख में रखा हुआ है।

मस्जिद में होती है जियारत

दानिश अली ने बताया कि जबसे यह यहां आया है, तबसे लेकर अब तक इन पवित्र वस्तुओं की जियारत बादशाह शाहजहां के जमाने की बनी मस्जिद में कराई जाती है। गलाफ की खासियत यह है कि काले गिलाफ पर रेशम से कुरआन की आयतें लिखी जाती है। उन्होंने बताया कि जो लोग काबा शरीफ नहीं जा पाते वह इस पवित्र गिलाफ, कदम-ए-रसूल व हजरत गौसे पाक के मजार के पत्थर की जियारत करने के लिए यहां पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि जाफरा में सब्जपोश हाउस में बनी मस्जिद में ईद की नमाज सुबह 9.15 पर होगी, जिसके बाद इसकी जियारत कराई जाएगी।

Posted By: Inextlive