- काम हो जरूरी तो आरटीओ ऑफिस के सामने से ना जाएं

- सड़क पर फैला है पॉल्युशन सर्टिफिकेट सेंटर का बिजनेस

- एक तरफ बाइक तो दूसरी तरफ ओर फोर व्हीलर की लग रही लाइन

GORAKHPUR: शासन की सख्ती के बाद शहर में क्राइम तो कंट्रोल में है लेकिन इस समय भी दादागिरी देखनी हो तो आप आरटीओ रोड से गुजर सकते हैं। आरटीओ ऑफिस के ठीक सामने सड़क पर दो पॉल्युशन सर्टिफिकेट सेंटर खुले हैं। दोनों सेंटर के संचालक इतने मनबढ़ हैं कि उन्होंने मेन सड़क को ही दुकान बना लिया है। जिनका पॉल्युशन सर्टिफिकेट नहीं बना है उनके लिए ये भगवान से कम नहीं हैं। वहीं जो लोग इस सड़क पर पॉल्युशन सेंटर की वजह से जाम में फंस रहे हैं उनके लिए ये लोग गुंडागर्दी करने वाले दादा से कम साबित नहीं हो रहे। जाम में फंसे लोगों के हल्ला करने पर सेंटर संचालक लड़ने को भी तैयार रहते हैं। हद तो ये कि डीएम आवास के बगल में ही सड़क पर व्यवस्था दम तोड़ रही है। इसके बाद भी जिम्मेदार इस तरफ जरा भी ध्यान नहीं दे रहे।

सख्ती के बाद भी जारी मनमानी

आरटीओ ने साफ शब्दों में कहा था कि पॉल्युशन सर्टिफिकेट सेंटर जिस जगह के लिए एलॉट हुए हैं, उसी जगह पर उन्हें दुकान खोलनी है। लेकिन ऐसा एक भी दिन नहीं हुआ। दोनों सेंटर इस समय भी आरटीओ के बाहर ही मेन सड़क पर पॉल्युशन सर्टिफिकेट की लाइन लगवा रहे हैं। जबकि ट्रैफिक पुलिस को सड़क का जाम हटाना होता है। लेकिन वे केवल मोमोज और सब्जी के ठेलों को भगाकर अपनी ड्यूटी का कोरम पूरा करने में लगे हैं।

आखिर किसने की जांच

पॉल्युशन सर्टिफिकेट सेंटर को लाइसेंस देने से पहले उनका वेरिफिकेशन आरटीओ के अधिकारी करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब इन तीन सेंटर्स के पास कोई जगह नहीं थी फिर आखिर कैसे इन्हें लाइसेंस मिल गया। सूत्रों की मानें तो इसमें वेरिफिकेशन करने वाले अधिकारी भी मिले हैं तभी बिना जगह के सेंटर को लाइसेंस मिला।

तीसरे सेंटर का पता नहीं

फिलहाल आरटीओ के बाहर दो सेंटर तो दिख रहे हैं लेकिन तीसरे सेंटर का अभी तक पता नहीं चल सका है। सूत्रों की मानें तो तीसरा सेंटर गीडा में पॉल्युशन सर्टिफिकेट बना रहा है। वहां पर सर्टिफिकेट के नाम पर दोगुना-तिगुना पैसा भी बड़े आराम से वसूल किया जा रहा है। साफ है कि कहीं न कहीं इसमें जिम्मेदार भी शामिल हैं जिनके इशारे पर सेंटर अपनी मनमानी कर रहे हैं।

नहीं हो रही कोई व्यवस्था

सेंटर इतने कम हैं कि इनके भरोसे अगर सर्टिफिकेट बनता रहा तो कई साल लग जाएंगे तब जाकर सबके पास पॉल्युशन सर्टिफिकेट हो सकेगा। वहीं जगह ना होने के चलते सड़क पर लोगों को गाड़ी खड़ा करने पर कई लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है। इसके बावजूद कोई ऐसी व्यवस्था नहीं बन रही है जहां पर जगह हो और पब्लिक को परेशान न होना पड़े।

कोट्स

इस रोड से जब निकलो तब जाम लगा रहता है। पॉल्युशन सर्टिफिकेट सेंटर वाले सड़क पर गाड़ी खड़ी करवा रहे हैं जिससे जाम लग रहा है।

आलोक सिंह

इमरजेंसी में इस रोड से गुजरने लायक नहीं है। जबसे पॉल्युशन सर्टिफिकेट सेंटर खुले हैं हमेशा वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है जिससे जाम लगता है।

राघवेंद्र प्रताप सिंह

वर्जन

पॉल्युशन सर्टिफिकेट सेंटर को अपनी जगह पर लगाना होगा। इस बात का भी उन्हें ध्यान रखना होगा कि उनकी वजह से जाम ना लगे।

- श्याल लाल, आरटीओ प्रशासन

Posted By: Inextlive