- आई नेक्स्ट की ओर से व‌र्ल्ड एनवायर्नमेंट डे के अवसर पर आयोजित की एक्टिविटी

- लोगों ने लिया संकल्प राप्ती नदी के घाट को रखेंगे स्वच्छ

GORAKHPUR: राप्ती नदी का नाम आते ही सभी की जुबां पर गोरखपुर का नाम आ ही जाता है। जब बात घाटों की हो तो दूसरे शहरों में मौजूद घाटों की रौनक देखकर लोगों के जहन भी गोरखपुर में मौजूद इस नदी के घाट की वैसी ही तस्वीर बन जाती है। मगर जब लोग यहां आकर इसे करीब से देखते हैं तो उनकी सारे ख्यालात हवा हो जाते हैं। पर्यावरण का ख्याल रखने के साथ ही लोगों के इस दर्द को महसूस करते हुए गोरखपुराइट्स के फेवरेट न्यूज पेपर आई नेक्स्ट ने अब राप्ती घाट की तस्वीर बदलने की ठानी है। इसकी शुरुआत व‌र्ल्ड एनवायर्नमेंट डे के मौके पर हुई। आई नेक्स्ट की इस मुहिम में शहर के लोगों ने बाखूबी साथ निभाया। सुबह सवेरे हाथों में झाड़ू और फावड़ा लिए लोग राप्ती घाट पर पहुंचे और घटों मेहनत कर वहां मौजूद गंदगी साफ की।

चमकाने को उठे सैकड़ों हाथों

आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज इस एक्टिविटी में राप्ती नदी के घाट की सूरत बदलने के लिए सैकड़ों लोग मौजूद रहे। छोटा हो या बड़ा, अमीर हो या गरीब सभी के हाथों में फावड़ा और बेलचा नजर आया। लोगों के पहुंचने पर घाट का जो नजारा था, वह पूरा बदला-बदला नजर आने लगा। सफाई के दौरान यूथ तो यूथ सीनियर सिटीजन और महिलाएं भी फावड़ा और झाड़ू चलाने में पीछे नहीं रहे। यहां तक कि मेयर डॉ। सत्या पांडेय ने भी फावड़ा चलाकर घाट पर मौजूद गंदगी साफ की।

एनएसएस वालंटियर्स ने किया सहयोग

राजघाट पर सुबह छह बजे आई नेक्स्ट टीम के साथ करीब आधा दर्जन से ज्यादा स्वयंसेवी संस्थाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान युवाओं में सबसे ज्यादा जोश देखने को मिला। अभियान को सफल बनाने में एनएसएस के वालंटियर्स ने अहम भूमिका निभाई। एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ। अजय कुमार शुक्ला की अगुवाई में वालंटियर्स शिव प्रसाद शुक्ला, सूर्य प्रकाश मिश्रा, आकाश, अनिल पाल, शनि तिवारी, अभिषेक सिंह, देवकी नंदन पांडेय, हर्षित शुक्ला, राहुल वर्मा ने काफी मेहनत से घाटों की सफाई की।

आई नेक्स्ट की हर एक्टिविटी समाज को लाभ पहुंचाती है। ये भी हमारे पर्यावरण को बचाने में विशेष मददगार साबित होगी। सफाई जितनी अधिक होगी हमारा पर्यावरण उतना संरक्षित और हम और हम स्वस्थ रहेंगे।

डॉ। सत्या पांडेय, मेयर

राप्ती संस्कृति संरक्षण न्यास की स्थापना ही राप्ती के अस्तित्व को बचाने के लिए किया गया था। ऐसे में व‌र्ल्ड एनवायर्नमेंटल डे पर आई नेक्स्ट की ओर से घाटों की सफाई को लेकर की गई यह एक्टिविटी सराहनीय है। यह पर्यावरण को बचाने में बड़ी शुरुआत साबित होगी।

सीताराम जायसवाल, अध्यक्ष, राप्ती संस्कृति संरक्षण न्यास

इस एक्टिविटी से घाट की सफाई के साथ-साथ लोगों को घाटों पर गंदगी से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया गया। यह काफी सराहनीय पहल है। हम भी अब आई नेक्स्ट संग मिलकर राप्ती की सूरत बदलने के साथ ही पर्यावरण को भी सुरक्षित रखेंगे।

सोमेश्वर पांडेय, सचिव राप्ती संस्कृति संरक्षण न्यास

आई नेक्स्ट की अगुआई में जीवनदायिनी राप्ती नदी के घाटों की सफाई कर हम लोगों ने धार्मिक कार्य के साथ पर्यावरण को बचाने की शुरूआत की है। इस आयोजन से लोगों घाटों की सफाई को लेकर जनजागरुकता भी आई है।

नरेंद्र शुक्ल, अध्यक्ष, आनंद ग्रामोद्योग

पर्यावरण को बचाकर ही हम मानवता और जीवन को बचा सकते हैं। व‌र्ल्ड एनवार्यमेंट डे के अवसर पर आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित यह एक्टिविटी पर्यावरण के लिए काफी मददगार साबित होगी। इस आयोजन में प्रतिभाग कर संस्था के लोगों को अच्छा लगा।

प्रगति सहाय, सचिव, प्रगति सेवा संस्थान

आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित इस एक्टिविटी की जितनी तारीफ की जाए कम है। नदियां हमारी लाइफ लाइन हैं। इनको बचाकर ही हम जीवन को बचा सकते हैं। घाटों पर होने वाली गंदगी को लेकर हमें लोगों को भी जागरूक करने की जरूरत है।

मनोज कुमार, मीडिया प्रभारी, पहला कदम

आई नेक्स्ट को इस कार्य के लिए जितना धन्यवाद दिया जाए उतना ही कम है। एक छोटी सी पहल अगर काम कर गई और राप्तीनदी का यह घाट स्वच्छ और सुंदर हो गया, तो शहरवासियों को घूमने के लिए एक सुंदर और स्वच्छ हवा वाली जगह मिल जाएगी।

रीना जायसवाल, अध्यक्ष, वरदा आर्ट इंस्टीट्यूट

यह एक घाट या नदी नहीं है, बल्कि यह गोरखपुर की जीवनरेखा है। आई नेक्स्ट ने राजघाट पर राप्ती नदी के किनारे के घाट की सफाई करने का जो काम किया है। इससे गोरखपुर के लोगों के बीच में एक नई पहचान बनेगी। यह कार्य गोरखपुर के लिए बहुत अच्छा होगा।

रामभवन निषाद, पार्षद

आई नेक्स्ट की यह पहल शहरवासियों के लिए एक प्ररेणा देगी। शहर में राप्ती नदी और घाट की सफाई के लिए एक चेतना जागृति हो गई। आई नेक्स्ट के इस सराहनीय कदम को सभी को आगे बढ़ाने की जरूरत है।

सत्य प्रकाश सिंह मुन्ना, समाजसेवी

अलग हटकर आई नेक्स्ट ने घाटों की सफाई का जो निर्णय लिया है यह पर्यावरण को लेकर हमारी चिंताओं का समाधान करती है। गोष्ठियां और चर्चाएं जितनी जरूरी हैं। उनसे निकले हुए निष्कर्षो पर काम करना भी उतना ही जरूरी है।

डॉ। अजय शुक्ल, कोऑर्डिनेटर, एनएसएस

आई नेक्स्ट हमेशा युवाओं का मार्गदर्शन करता रहता है। राप्तीनदी के किनारे के घाटों की सफाई की शुरुआत करके युवाओं के अंदर नदी को स्वच्छ बनाने के लिए एक अच्छी पहल की गई है। हम जैसे युवा इस काम को और आगे बढ़ाएंगे।

मनीष सक्सेना, अध्यक्ष, युवा व्यापार मंडल

राप्ती नदी गोरखपुर की जीवनदायिनी नदी है। इस नदी के किनारे बसे गांवों की रोजी-रोटी आज भी चलती है। आई नेक्स्ट ने नदी के घाटों की सफाई कर काफी सराहनीय कदम उठाया है। सफाई के महत्व को बताकर लोगों को जागरुक करना भी अहम काम है। इसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है।

बैजनाथ जायसवाल, व्यापारी नेता

Posted By: Inextlive