- बाइकॉथन सीजन 11 को लेकर गोरखपुराइट्स में जबरदस्त एक्साइटमेंट

- हर एज ग्रुप के लोगों ने शुरू कर दी साइक्लिंग की प्रैक्टिस

GORAKHPUR रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में क्फ् अक्टूबर को ऑर्गनाइज होने वाले फॉरच्यून रिफाइंड सोयाबीन ऑयल प्रेजेंट बाइकॉथन रीलोडेड - सीजन क्क् में शामिल होने के लिए गोरखपुराइट्स बेहद एक्साइटेड हैं। जैसे-जैसे बाइकॉथन की डेट नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे अपने इस पसंदीदा इवेंट में शामिल होने का क्रेज लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर एज ग्रुप के लोगों ने इसे लेकर साइक्लिंग की प्रैक्टिस शुरू कर दी है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के इस मेगा इवेंट में हर साल शामिल होने वाले राज नर्सिग एंड पैरामेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ। अभिषेक यादव भी साइक्लिंग का महत्व बखूबी समझते हैं। वे कहते हैं कि साइक्लिंग में हेल्थ एंड फिटनेस का राज छिपा है। हेल्दी और मजबूत फेफड़ों के लिए साइक्लिंग बेहद जरूरी है। बच्चों से लेकर किशोर और युवाओं सभी को साइक्लिंग के लिए जरूर समय निकालना चाहिए। रोजाना कम से कम आधे घंटे साइकिल चलाने से बॉडी मजबूत होती है। डॉ। अभिषेक कहते हैं कि बाइकॉथन में शामिल होकर वे ना सिर्फ साइक्लिंग के जरिए खुद को फिट एंड फाइन रखते हैं बल्कि फैमिली एंड फ्रेंड्स को भी इसके लिए मोटिवेट करते हैं।

फायदों से भरपूर है साइक्लिंग

डॉ। अभिषेक यादव कहते हैं कि कई सीजंस से वे बाइकॉथन में शामिल होते आ रहे हैं। इस बार भी जब से इस मेगा इवेंट की डेट डिक्लेयर हुई है तभी से वे इसे लेकर एक्साइटेड हैं। वे कहते हैं कि साइक्लिंग ऐसी एक्सरसाइज है जिससे बॉडी को एक साथ कई फायदे पहुंचते हैं। इससे फेफड़े तो मजबूत होते ही हैं, पूरी बॉडी भी वॉर्मअप हो जाती है। अगर यंग एज से ही साइक्लिंग को प्रॉपर फॉलो किया जाए तो सांस स जुड़ी बीमारियों से परमानेंट छुटकारा मिल सकता है।

चलाएं साइकिल, सुधर जाएगी हेल्थ

वहीं चेस्ट एंड टीबी विभागाध्यक्ष, बीआरडी मेडिकल कॉलेज डॉ। अश्वनी मिश्रा कहते हैं कि फिट एंड फाइन रहने का सबसे आसान तरीका साइक्लिंग है। साइकिल चलाने के दौरान हमारे शरीर को भरपूर ऑक्सीजन मिलता है। अगर ऑक्सीजन की कमी हो तो आलस्य और थकान का अनुभव होता है। साइक्लिंग ऐसी एक्सरसाइज है जिससे ब्रेन और हार्ट दोनों हेल्दी रहते हैं।

हर मर्ज की दवा साइक्लिंग

डायरेक्टर मल्टी स्पेयर सिल्की अग्रवाल कहती हैं कि साइकिल चलाना हर किसी के लिए जरूरी है। इससे पूरी बॉडी को फायदा होता है। अस्थमा पेशेंट्स को भी साइक्लिंग करने की सलाह दी जाती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के इवेंट बाइकॉथन के जरिए लोगों को बढि़या मैसेज दिया जा रहा है। मुझे भी समय मिलता है तो साइक्लिंग जरूर करती हूं और लोगों से अपील करती हूं कि रोजाना कम से कम आधे घंटे साइकिल जरूर चलाएं।

सिटी स्पीक्स

साइक्लिंग है फिटनेस का फंडा

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की तरफ से आयोजित बाइकॉथन सोसायटी के लिए एक बेहद अच्छा मैसेज है। अगर आप भी हेल्थ को लेकर परेशान हैं तो तुरंत साइकिल चलाना शुरू कीजिए। साइक्लिंग आपको बिल्कुल फिट कर देगी। डेली सुबह साइक्लिंग से बीमारियां कोसो दूर रहती हैं। साइकिल में फिटनेस का राज छिपा है। शहर में भी छोटे-मोटे काम निपटाने के लिए आप साइकिल का ही इस्तेमाल करें। इससे आप फिट और फाइन तो रहेंगे ही साथ ही पॉल्युशन पर भी ब्रेक लगेगा।

- जीतेंद्र कुमार श्रीवास्तव, प्रिंसिपल, आदित्य पब्लिक स्कूल

सेहत को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए साइक्लिंग बेस्ट ऑप्शन है। बाइकॉथन सीजन क्क् में शामिल होने के लिए बेहद एक्साइटेड हूं। जब से बाइकॉथन में शामिल हुआ हूं तब से अपने हेल्थ को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए साइक्लिंग शुरू कर दी है। भले ही व्यस्तता हो इसके बाद भी मैं साइक्लिंग करना नहीं छोड़ता।

निशांत त्रिपाठी, डिप्टी डायरेक्टर, नीलिट

साइक्लिंग हर मर्ज की दवा है। हर दिन सुबह साइकिल चलाने वाले हर रोग से दूर रहते हैं। ये आप डॉक्टरों से भी सुनते रहते होंगे इसलिए शर्माने की जरूरत नहीं है। साइकिल को अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए फिर कुछ ही हफ्तों में इसका असर खुद ब खुद महसूस करने लगेंगे। बाइकॉथन सीजन क्क् में शामिल होकर हमारी संस्था भी इस मुहिम का हिस्सा जरूर बनेगी।

- विवेक कुमार श्रीवास्तव, मैनेजर, रैंपस

साइकिल में फिटनेस का राज छिपा है। इससे मुंह ना चुराइए। शहर में भी छोटे-मोटे काम निपटाने के लिए आप साइकिल का ही इस्तेमाल करें। इससे आप फिट और फाइन रहेंगे। साथ ही पॉल्युशन पर भी ब्रेक लगेगा। शहर की सबसे बड़ी टेंशन इस समय बढ़ता पॉल्युशन है। सप्ताह में एक दिन साइकिल डे के रूप में मनाया जाना चाहिए। मैं डेली सुबह फिट रहने के लिए साइकिल चलाता हूं।

- डॉ। आलोक सिंह, कात्यायनी हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive