- रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में 13 अक्टूबर को होगा बाइकॉथन सीजन-11

GORAKHPUR रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में ऑर्गनाइज होने वाले फॉरच्यून रिफाइंड सोयाबीन ऑयल प्रेजेंट बाइकॉथन रीलोडेड - सीजन क्क् में शामिल होने के लिए गोरखपुराइट्स एक्साइटेड हैं। जैसे-जैसे बाइकॉथन की डेट नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे लोग इसकी तैयारियों में लग गए हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के इस मेगा इवेंट में हर साल शामिल होने वाले चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिसंघ गोरखपुर के अध्यक्ष उपेंद्र मणि त्रिपाठी भी साइक्लिंग का महत्व बखूबी समझते हैं। वे कहते हैं कि स्वस्थ और मजबूत फेफड़ों के लिए साइक्लिंग बेहद जरूरी है। सांस के रोगियों को डॉक्टर्स भी इसकी सलाह देते हैं। इसके अलावा किशोर और युवाओं को भी साइक्लिंग के लिए जरूर समय निकालना चाहिए। रोजाना कम से कम आधे घंटे साइकिल चलाने से बॉडी मजबूत होती है।

बॉडी मजबूत बनाती साइक्लिंग

उपेंद्र मणि त्रिपाठी बताते हैं कि यूं तो कई साल से वे अपने साथियों के साथ इस इवेंट में शामिल होते आ रहे हैं। इस बार भी जब से इवेंट की डेट डिक्लेयर हुई है तब से वह काफी एक्साइटेड हैं। वे कहते हैं कि साइक्लिंग ऐसी एक्सरसाइज है जिससे एक साथ कई शारीरिक लाभ होते हैं। इसमें फेफड़ों की मजबूती शामिल होने के साथ-साथ पूरी बॉडी वॉर्मअप हो जाती है। अगर किशोरावस्था से साइक्लिंग को प्रॉपर फॉलो किया जाए तो सांस संबंधी रोगों से आजीवन के लिए छुटकारा मिल सकता है।

चलाएं साइकिल, रहेंगे तरोताजा

वहीं आई सर्जन डॉ। कमलेश शर्मा कहते हैं कि साइकिल चलाने के दौरान हमारे शरीर को भरपूर ऑक्सीजन मिलता है। यह ऑक्सीजन सीधे खून में जाकर मिल जाता है। अगर ऑक्सीजन की कमी हो तो आलस्य और थकान का अनुभव होता है। इस एक्सरसाइज से दिमाग और हार्ट भी स्वस्थ रहते हैं।

अस्थमा पेशेंट्स के लिए बेस्ट साइक्लिंग

वहीं, डॉ। अमित शाही कहते हैं कि साइक्लिंग करना जरूरी है। इससे शरीर को कई लाभ होते हैं। अस्थमा के रोगियों को साइक्लिंग करने की सलाह दी जाती है। अगर जीवनभर साइक्लिंग की जाए तो श्वसन तंत्र संबंधी रोगों से छुटकारा मिल जाता है। वे कहते हैं कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट केइवेंट बाइकॉथन के जरिए लोगों को बढि़या मैसेज दिया जा रहा है। मुझे भी समय मिलता है तो साइक्लिंग जरूर करता हूं और लोगों से अपील करता हूं कि रोजाना कम से कम आधे घंटे साइकिल जरूर चलाएं।

Posted By: Inextlive