- लूटा की बैठक में वीसी से मांगा गया इस्तीफा, लगाए कई आरोप

LUCKNOW :

लूटा की कार्यकारिणी की बैठक सोमवार को हुई। बैठक में एलयू में हुए अकाउंट घोटाले पर विस्तार से चर्चा की गई और आरोप लगाया गया कि एलयू प्रशासन इस मामले में अकाउंट ऑफिस को बचाना चाहता है। उसने इसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षकों पर डाल दी है। लूटा ने मांग की कि वीसी आकस्मिक बैठक बुलाकर इस पूरे मामले पर चर्चा करें। वहीं शासन से एलयू के जनरल फंड तथा परीक्षा के फंड के खर्च का विशेष ऑडिट करवाने की मांग की गई।

एलयू कराए ऑडिट

लूटा ने कहा कि यूनिवर्सिटी एक्ट की धारा 21.1 आई के तहत एलयू की सभी संपत्तियों एवं निधियों का नियंत्रण एवं संरक्षण का कार्य कार्यपरिषद का है। अत: लूटा कार्य परिषद के सदस्यों से अपील करता है कि वह अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए 1.09 करोड़ की जालसाजी के मामले पर कार परिषद की आकस्मिक बैठक बुलवाकर तत्काल चर्चा करे। शिक्षक संघ कार्य परिषद से अपील कि वह शासन से यूनिवर्सिटी के जनरल फंड तथा परीक्षा के फंड के खर्च का विशेष ऑडिट करवाने की कार्यवाही करें।

जिम्मेदारी नहीं की तय

लूटा ने कहा कि इस मामले में वीसी ने अभी किसी की जिम्मेदारी तय नहीं की है। जिससे लग रहा है कि वे दोषियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। जबकि प्रो। एसके चौधरी शैक्षणिक टूर पर बाहर गए थे। उसके बाद भी उन को आनन फानन में सस्पेंड कर दिया गया। साक्ष्यों से किसी प्रकार की छेड़छाड़ ना हो, निष्पक्ष जांच हो, किसी के विरुद्ध पद का दुरुपयोग ना हो इसके लिए यह आवश्यक है कि अपने कार्यकाल के अंतिम कुछ दिनों में पूर्व की भांति वीसी जी के अधिकार दैनिक कायरें की सीमा तक सीमित कर दिये जाए।

वीसी दें इस्तीफा

लूटा ने वीसी से इस्तीफा देने की मांग की साथ ही बैठक में यूनिवर्सिटी प्रशासन के बर्ताव की भी निंदा की गई। आरोप लगाया गया कि यूनिवर्सिटी राजभवन की नीतियों का भी सम्मान नहीं करती है। संघ की कार्यकारिणी ने तय किया कि दीक्षांत समारोह के बाद शिक्षक संघ की आम सभा की बैठक फिर बुलाई जाएगी।

Posted By: Inextlive