पुलिस के थाना दिवस पर सरकारी विभाग लगा रहा चपेट
- हर माह के पहले और अंतिम शनिवार को होता है थाना दिवस
- पुलिस संग नगर निगम, एलडीए, राजस्व विभाग के अधिकारियों का आना है जरूरी - थाना स्तर पर ही कई मामलों के समाधान के लिए होता है आयोजन - थाना दिवस की रिपोर्ट भेजी जाती है शासन स्तर पर - पुलिस के थाना दिवस में नहीं शामिल होते अन्य विभागों के अधिकारीLUCKNOW : एक ही मंच पर पब्लिक की हर शिकायत के निस्तारण के लिए शासन ने थाना दिवस या समाधान दिवस की व्यवस्था शुरू की थी। माह के पहले और अंतिम शनिवार को हर थाने में थाना दिवस आयोजित किया जाता है। इस दिन संबंधित पुलिस के साथ-साथ तहसीलदार, नगर निगम, एलडीए व राजस्व विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में शिकायत सुनकर उनका निस्तारण करने की व्यवस्था है, लेकिन शासन की थाना दिवस सुविधा को सरकारी विभाग के अधिकारी ही चपेट लगा रहे हैं।
माह में दो बार थाना दिवस
थाना दिवस को माह में दो बार आयोजित करने का नियम है। माह के पहले और अंतिम शनिवार को इसका आयोजन किया जाता है। जिसमें पुलिस के साथ-साथ रेवन्यू अफसर, नगर निगम, एलडीए और सभी सरकारी विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी जरूरी है। इसका उद्देश्य है कि थाने में ही शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जा सके। इसकी रिपोर्ट शासन स्तर पर भेजी जाती है। थाना स्तर पर एक रजिस्टर बनाया जाता है, जिसे थाना दिवस या समाधान दिवस के रूप में अंकित किया जाता है।
करते हैं आमंत्रित थाना दिवस पर थाने में बैनर लगाकर लोगों और संबंधित विभाग के अधिकारियों को आमंत्रित किया जाता है, ताकि अपराध के अलावा नाली-खडं़जा या रेवन्यू से जुडे़ मामले तत्काल निस्तारित किए जा सकें। जिससे लोगों को राहत मिले और उन्हें अपने काम के लिए थाना व अन्य विभागों के चक्कर न लगाने पड़े। खत्म हो सकते हैं 50 फीसद विवाद थाना स्तर पर छोटे-छोटे विवाद ही बड़ा रूप ले सकते हैं। उन्हें समय से निस्तारित कर दिया जाए तो अपराधों पर अंकुश लग सकता है। कई ऐसे मामले पुलिस के सामने आए हैं जिन्हें कंट्रोल किया जा सकता था लेकिन लापरवाही के चलते इन्हीं मामलों को लेकर कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। बाक्स नहीं पहुंचते सरकारी अफसरइस मामले में पुलिस का कहना है कि वह तो हर थाना दिवस पर लोगों की शिकायतें सुनने को मौजूद रहती है लेकिन एलडीए, नगर निगम और रेवन्यू से जुड़े अफसर थाना दिवस पर आते ही नहीं हैं। यही कारण है कि थाना दिवस सक्सेस नहीं हो रहा है।
कोट लोगों की समस्या के निस्तारण के लिए थाना दिवस का आयोजन किया जाता है। दूसरे विभाग के अधिकारी इसमें नहीं पहुंचते, इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते। कलानिधि नैथानी, एसएसपी